लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व के टिकट बंटवारे पर ज्यादातर जिलों में कार्यकर्ता बगावत पर उतर आए हैं। जिलों मुख्यालय से लेकर पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर आकर कार्यकर्ता अपने टिकट के दावेदारों के पक्ष में धरना- प्रदर्शन कर पार्टी नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। Anger
बुधवार को कानपुर देहात की भोगनीपुर और बांदा की तदवारी विधानसभा क्षेत्र से आए कार्यकर्ताओं ने घोषित प्रत्याशी के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया।
इसी तरह उन्नाव की मोहान (सु.) सीट से टिकट न मिलने से क्षुब्ध पूर्व मंत्री मस्तराम मुख्यालय आकर पार्टी पदाधिकारियों के सामने फूट-फूट कर रोए।
अपने तमाम समर्थकों के साथ पार्टी मुख्यालय आए मस्तराम ने कहा कि वह 2012 में दूसरे नम्बर पर रहकर करीब 40 हजार वोट पाए थे। वह इस सीट से तीन बार विधायक रह चुके थे।
प्रदेश नेतृत्व के आश्वासन के बावजूद उनका काटकर एक अंजाने कार्यकर्ता को वहां से प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
इसी तरह भोगनीपुर विधान सभा सीट से पिछले चुनाव के प्रत्याशी रहे राजेश सचान और उनके समर्थकों ने पार्टी मुख्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया। इसी तदवारी के लोगों ने घोषित प्रत्याशी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। लोगों पार्टी नेतृत्व पर टिकट बेचने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र से भाजपा विधायक श्याम देव राय चौधरी का टिकट काटे जाने पर जमकर बवाल हो रहा है। वहां भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ता नाराज़ हैं और पूछ रहे हैं कि ऐसे सक्रिय और संजीदा विधायक का टिकट आखिर क्यों काटा गया।
गोरखपुर के पिपराइच में पूर्व मंत्री पप्पू जायसवाल की पत्नी अनीता के समर्थकों ने योगी आदित्य नाथ का पुतला फूंका। अनीता ने कहा, उनके साथ साजिश हुई है।
उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया। गोरखपुर ग्रामीण से टिकट न मिलने पर रामभुआल ने भी नाराजगी जताई है। रामभुआल ने घर पर निषादों को संबोधित कर कहा कि चुनाव तो नहीं लड़ूंगा लेकिन भाजपा को हराऊंगा जरूर। देवरिया में नाराज कार्यकर्ताओं ने कलराज मिश्र के आपत्तिजनक पोस्टर लगाए हैं। सलेमपुर से विजयलक्ष्मी, बरहज से दीपक मिश्र और रुद्रपुर से अनिल पांडेय ने निर्दलीय लड़ने का ऐलान किया है।
कुशीनगर के तमकुही, सेवरही, खड्डा और नेबुआ नौरंगिया में भी दावेदारों के समर्थकों ने भाजपा के पुतले फूंके। संतकबीरनगर के खलीलाबाद से बागी भाजपाई गंगा सिंह सैंथवार रालोद से टिकट लेकर मैदान में कूद गए हैं।
धनघटा में भाजपा प्रत्याशी पूर्व मंत्री श्रीराम चौहान के खिलाफ संतोष बागी हो गए हैं। सिद्धार्थनगर के इटवा में हरिशंकर सिंह ने भी बगावत की है।
इससे पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सूची आने पर भी कुछ ऐसे ही हालात पैदा हो गए थे। बुधवार को बीजेपी मुख्यालय पर विभिन्न जनपदों में प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया