श्रीनगर। हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के सुरक्षा बलों के हाथों मारे जाने के बाद व्याप्त तनाव के बीच पांचवें दिन बुधवार को सुरक्षा बलों पर पथराव करने वाली भीड़ पर चलाई गई गोली से कश्मीर घाटी में एक और व्यक्ति की मौत हो गई। कश्मीर घाटी कई वर्षों के बाद पिछले कुछ दिनों से हिंसा के तीव्र दौर से गुजर रही है। हिंसक प्रदर्शनों से सर्वाधिक प्रभावित दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले में पथराव कर रही भीड़ पर पुलिस द्वारा चलाई गई गोली से यह मौत हुई।
पंपोर और कुपवाड़ा शहरों समेत कश्मीर घाटी के कई हिस्सों में कर्फ्यू जारी है और घाटी में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध बरकरार है। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़पों में मरने वालों की संख्या 35 हो गई है।
झड़पें हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की एक मुठभेड़ में हुई मौत के बाद शुरू हुई थीं। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि मृतक संख्या अब बढ़कर 35 हो चुकी है और इसमें भीड़ की हिंसा में मारा गया 1 पुलिसकर्मी भी शामिल है। इसमें 1 घायल नागरिक भी शामिल है जिसने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
अधिकतर मौतें शनिवार को हुईं। उस दिन भीड़ ने पुलिस और दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमला किया था, लेकिन सभी मौतों की वजहों का पता नहीं लगाया जा सका, क्योंकि परिस्थितियों के चलते कानून प्रवर्तन एजेंसियां जानकारी नहीं जुटा सकीं।
हालिया आंकड़ों के मुताबिक अधिकतर मौतें अनंतनाग जिले (16) में हुईं। इसके बाद कुलगाम में 8, शोपियां में 5, पुलवामा में 3, श्रीनगर और कुपवाड़ा में एक एक मौत हुयी है। सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ों का विरोध करने के लिए अलगाववादियों ने बंद आयोजित किया है। इसके चलते लगातार 5वें दिन भी सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। बंद के चलते दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे जबकि सार्वजनिक और निजी यातायात सड़कों से नदारद रहे।
मोबाइल इंटरनेट और रेल सेवाएं अब भी निलंबित हैं जबकि प्रदर्शनों के दौरान 1 युवक की मौत के बाद कुपवाड़ा इलाके में मोबाइल फोन सेवा बंद कर दी गई है। दक्षिण कश्मीर के 4 जिलों में मोबाइल फोन सेवा आंशिक तौर पर निलंबित की गई है।