संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूनिसेफ ने गाजा में चल रहे युद्ध के दौरान बच्चों के सामने आने वाली बेहद खतरनाक स्थिति के बारे में चेतावनी देते हुए कहा है कि गाजा में 90 फीसदी बच्चे कुपोषण से पीड़ित हैं।
नई रिपोर्ट में दुनिया भर में बच्चों की खाद्य गरीबी की जांच की गई है, जिसमें गाजा पर इजरायल के हमले के ‘विनाशकारी प्रभाव’ पर विशेष ध्यान दिया गया है।
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, यूनिसेफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पिछले साल अक्टूबर से गाजा में इजरायली हमलों का विनाशकारी प्रभाव पड़ा है। यूनिसेफ के अनुसार, 65 प्रतिशत से अधिक बच्चे पौष्टिक भोजन से वंचित पाए गए।
उधर, इजराइल का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र इजराइल पर गाजा में मानवाधिकारों के उल्लंघन का झूठा आरोप लगा रहा है, जबकि ऐसा नहीं है।
यूनिसेफ द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट इजरायल हमले के विनाशकारी प्रभाव को उजागर करती है। रिपोर्ट से पता चलता है कि गाजा में लगभग 90 प्रतिशत बच्चों को पोषण की कमी है और यहाँ खाद्य और स्वास्थ्य प्रणाली ध्वस्त हो गई है।
यूनिसेफ की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि इजरायली सेना की आक्रामकता के कारण गाजा को भोजन और खाद्य पदार्थों की आपूर्ति भी निलंबित कर दी गई है, जो मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है।
संयुक्त राष्ट्र बाल एजेंसी, यूनिसेफ के अनुसार, गाजा में लगभग 90 प्रतिशत बच्चों को पोषण की कमी है और उनके “अस्तित्व, विकास और वृद्धि” के लिए “गंभीर” खतरे हैं।
यूनिसेफ द्वारा गुरुवार को प्रकाशित रिपोर्ट में इजरायल के हमले के “विनाशकारी प्रभाव” को उजागर करते हुए खुलासा किया गया कि यहाँ खाद्य और स्वास्थ्य प्रणाली “ध्वस्त” हो गई है, जिसमें पाया गया है कि पिछले साल दिसंबर और इस साल अप्रैल के बीच 10 में से एक बच्चा “प्रतिदिन दो या उससे कम खाद्य समूहों” पर जीवित रहा।
इसके जवाब में इजराइल का कहना है कि वह गाजा में नागरिकों के लिए मानवीय आपूर्ति पर कोई सीमा नहीं लगाता है और उसने धीमी आपूर्ति के लिए संयुक्त राष्ट्र को दोषी ठहराया है, उसका कहना है कि उसके संचालन अक्षम हैं।