रायपुर: छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव में रविवार को भीषण सड़क हादसा हुआ। इस दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के 10 लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी लोग डोंगगढ़ से भिलाई लौट रहे थे तभी राजनंदगांव पहुंचने के बाद उनकी कार हादसे का शिकार हो गई।
एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह दुर्घटना राजनांदगांव-दुर्ग मार्ग पर सुबह हुई जब डोंगरगढ़ कस्बे से नवरात्रि उत्सव के दौरान मां बामलेश्वरी मंदिर का दर्शन कर ये लोग लौट रहे थे। मृतकों में अधिकतर एक ही परिवार के हैं। एक एसयूवी की ट्रक से टक्कर हो गई जिसमें एसयूवी सवार 10 लोगों की मौत हो गई जबकि चार अन्य घायल हो गए।
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक जब स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) के चालक ने एक दूसरी गाड़ी से आगे निकलने की कोशिश की तो इसी दौरान यहां से करीब 55 किलोमीटर दूर सोमनी गांव के पास उसकी सीधी टक्कर सामने से आ रहे एक ट्रक से हो गई। अधिकारी ने बताया कि एसयूवी में सवार नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक व्यक्ति ने स्थानीय अस्पताल ले जाते हुए दम तोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि मौके पर पहुंचे पुलिस दल ने एक घायल बच्चे को राजनांदगांव के एक अस्पताल में भर्ती कराया जबकि तीन अन्य घायलों को भिलाई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारी ने बताया कि पीड़ित दुर्ग जिले के भिलाई के रहने वाले थे। अधिकारी ने कहा कि ट्रक चालक को पकड़ने की कोशिश की जा रही है जो दुर्घटना के बाद अपनी गाड़ी को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया।
राजनांदगांव-दुर्ग चार लेन रोड मुंबई- कोलकाता को वाया रायपुर और नागपुर से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा है। दुर्ग में अंजोरा गांव बाईपास और राजनांदगांव शहर के बीच सड़क एक तरफ से नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान बंद कर दी जाती है ताकि मां बमलेश्वरी मंदिर के लिये पैदल जाने वाले यात्रियों को कोई परेशानी न हो।
इससे पहले छत्तीसगढ़ में ही भीषण हादसा हुआ। दुर्ग जिले में सरकारी कंपनी भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड के भिलाई प्लांट में मंगलवार को ब्लास्ट हुआ था जिसमें 9 लोगों की जान चली गई थी और 14 अन्य घायल हुए थे। बाद में अस्पताल में दो और ने दम तोड़ दिया था। हादसे के बाद केंद्रीय इस्पात मंत्रालय ने प्लांट के सीईओ एम. रवि को हटा दिया तथा दो अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया।