मुंबई। बीएसई में लिस्टेड 780 से ज्यादा कंपनियां ग्रेडेड निगरानी प्रणाली के दायरे में आईं. एक्सचेंज की ओर से निगरानी उपाय शुरु किए गए हैं, जो कि कंपनी के शेयर्स में उन असामान्य छलांग की जांच करने में मददगार होंगे जो कि जो कंपनी की वित्तीय स्वास्थ्य के अनुरूप नहीं हैं।
बीएसई के साथ उपलब्ध नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि 781 कंपनियां जीएसएम ढांचे के तहत रखी गई हैं, जबकि मार्च की शुरुआत में, ऐसी कंपनियों की संख्या 774 थी। तीन मार्च के बाद इस प्रणाली के तहत आने वाली कंपनियों में परमैक्स फार्मा, ओंटिक फिनसर्व, ओमनैश एंटरप्राइजेज, अनुग्रह ज्वेलर्स, ऑरैकल क्रेडिट, टीपीआई इंडिया और स्वर्णिम ट्रेड उद्योग शामिल हैं।
बीएसई ने कंपनियों पर नजर रखने के मौजूदा उपायों जैसे कंपनियों का XC/XD/XT जैसे सब-सेगमेंट में वर्गीकरण आदि के अलावा ग्रेडेड निगरानी यानि GSM की व्यउवस्थाट की है।
GSM के तहत शेयरों को ट्रेड टु ट्रेड कैटेगरी में रखना, कंपनियों से अतिरिक्तो सर्विलांस डिपॉजिट रखवाना जिसे विस्तानरित अवधि के लिए रखा जा सकता है और शेयरों की ट्रेडिंग में कीमत की ऊपरी सीमा को फ्रीज करना शामिल है।