कानपुर। आरएसएस के प्रांत प्रचारकों की सालाना बैठक कानपुर में शुरु हुयी। यूपी चुनाव से पहले हो रही इस बैठक को संघ के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 15 जुलाई तक चलने वाली इस बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत संघ के सभी प्रमुख पदाधिकारी भाग लेंगे। ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारकों की वार्षिक बैठक है। 6 दिनों तक चलने वाले इस शिविर में गंगा किनारे आरएसएस के प्रांत प्रचारकों का प्रशिक्षण भी चलेगा। इस कार्यक्रम में संघ के सभी प्रांत प्रचारक और सह प्रांत प्रचारक हिस्सा ले रहे है। प्रांत प्रचारकों की ये बैठक हर 5 साल पर होती
बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें पिछले दो साल से संघ में छुट्टी पर चल रहे सर कार्यवाहक सुरेश सोनी का वनवास खत्म होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि 2014 में आम चुनावों के परिणाम तक सुरेश सोनी संघ में सबसे सक्रिय रहते थे। मोदी सरकार बनने के बाद उन्होंने संघ से तो छुट्टी ले ली लेकिन सह कार्यवाह के पद पर बने रहे। अब जब यूपी चुनाव सामने है संघ एक बार फिर सुरेश सोनी का बनवास खत्म कर उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप सकता है।
इस बीच संघ के प्रचारक बैठक में शामिल होने आए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से ऑल इंडिया सुन्नी उलेमा काउंसिल ने मिलने का समय मांगा है। ऑल इंडिया सुन्नी उलेमा काउंसिल के लोगों ने रविवार शाम को आरएसएस के बैठक स्थल पर पहुंचकर भागवत जी मिलने का समय देने के लिए एक पत्र भी उनके कार्यकर्ताओ को दिया।
बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत के अलावा सरकार्यवाह सुरेश सोनी, गोपाल कृष्ण, दत्तात्रेय होसबोले समेत संघ के सभी बड़े अधिकारी इस बैठक में रहेंगे। 41 प्रांत प्रचारक संघ के इस महाकुंभ का हिस्सा होंगे जिसमें उनके कामों की समीक्षा की जाएगी। कार्यक्रम में कुल 150 स्वयं सेवक शामिल होंगे और 75 सह प्रांत प्रचारक भी होंगे। उत्तर प्रदेश चुनाव के पहले संघ का यह सबसे बड़ा शिविर इस बात की ओर इशारा जरूर करता है कि उत्तर प्रदेश चुनाव शिविर के एजेंडे में प्रमुख रूप से होगा।