फैसला बस एक लाइन का
बता दें, कि कोर्ट के फैसले से पहले ही परिसर में भारी भीड़ जमा हो गई थी। जज सैनी ने भीड़ की वजह से आरोपियों के कोर्ट न पहुंच पाने के चलते कार्यवाही स्थगित कर दी। जब दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो उन्होंने अपने एक लाइन के फैसले में कहा, कि ‘सरकारी वकील आरोप साबित करने में नाकाम रहे हैं।’