जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से आई बाढ़ के कारण भारी तबाही में 16 श्रद्धालुओं के मारे जाने का समाचार है। मृतकों में सात महिलाएं और 6 पुरुष हैं। इस घटना में 48 लोगों के लापता होने की खबर है। मृतकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। भारतीय सेना की ओर से राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
भारतीय सेना की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी है। इसके लिए वॉल राडार और खोजी कुत्तों की मदद ली जा रही है।
इस हादसे में करीब 15 हजार श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। है। सूत्रों के अनुसार करीब 40 लोग लापता है जबकि पांच लोगों को रेस्क्यू किया गया है। बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में 25 टेंट तबाह हो गए हैं। साथ ही तीन सामुदायिक रसोई भी तबाह होने की सूचना मिली है।
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अमरनाथ हादसे में अब तक 16 शव बरामद, सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन तेज, अभी तक 48 श्रद्धालु लापता, फिलहाल बालटाल से अमरनाथ जाने की इजाजत नहीं. @manojsinha_ @AmitShah @NDRFHQ #JammuKashmir #AmarnathCaveCloudBurst #AmarnathYatra2022 #JTv https://t.co/WYHESPBfFP pic.twitter.com/apGBIMmPo2— Jantantra Tv (@JantantraTv) July 9, 2022
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक़ अमरनाथ गुफा के आसपास आज भी हल्की बारिश हो सकती है। ऐसे में अमरनाथ यात्रा निलंबित कर दी गई है। स्थिति सामान्य होने के बाद ही इसे बहाल किया जायेगा।
अमरनाथ यात्रा तीन जून को शुरू हुई थी। जाकारी के मुताबिक़ भारी बारिश के दौरान शाम साढ़े पांच बजे बादल फटने के बाद घाटी का ये हिस्सा बाढ़ की चपेट में आ गया।
बचाव अभियान के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन ने हेलीकॉप्टर लगाए हैं। घायलों की सहायता के लिए सोनमर्ग और अन्य स्थानों पर अस्थायी अस्पताल बनाए गए हैं। दक्षिण कश्मीर के अंनतनाग, श्रीनगन और दिलली में हेल्पलाइन स्थापित किए गए हैं।