संघर्ष के दौरान एक महिला समेत 7 लोग घायल हो गए। इन्हें उस्मानी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के डॉक्टर मनोज चौधरी ने बताया कि घायलों में से 6 पुलिस की ओर से दागी गई रबर की गोलियों से जख्मी हुए हैं।
इस्कॉन मंदिर यूथ फोरम के संयोजक ने बताया कि मंदिर में कीर्तन और बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता चल रही थी तभी बाहर से कुछ लोगों ने मंदिर के भीतर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। पत्थर फेंकने वालों का आरोप था कि जुमे की नमाज के दौरान मंदिर में ड्रम बजाया जा रहा था। संपर्क करने पर इस्कॉन मंदिर के प्रधान गोरंग ब्रह्मचारी ने बताया, ‘‘सिलहट संभागीय आयुक्त जमाल उद्दीन अहमद घटनास्थल का दौरा कर रहे हैं और इसलिए मैं इस मुद्दे पर कुछ भी टिप्पणी करने में असमर्थ हूं।’’ हालांकि उन्होंने कहा कि मंदिर प्रशासन इस सिलसिले में एक मामला दर्ज कराने पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम पर हमला हुआ है और हम न्याय चाहते हैं। जब तक न्याय नहीं मिल जाता है तब तक हम विरोध करते रहेंगे।’’ इस हमले में पूर्व वार्ड पार्षद जेबून्नहार शिरिन और इस्कान मंदिर के कर्मचारी राजेन्द्र केशब दास भी घायल हो गए हैं।