मेरठ : उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायक और इस विधान सभा में मेरठ (दक्षिण) से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार हाजी याकूब कुरैशी एक बार फिर विवादों में हैं। Yakub
चुनाव में धर्म और जाति के नाम पर वोट न मांगने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को धता बताते हुए याकूब कुरैशी का एक वीडियो सामने आया है।
इस वीडियो में कुरैशी एक जनसभा में मतदाताओं से कहते नजर आ रहे हैं कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में आ गयी तो वो मुसलमानों के मतदान का अधिकार छीन लेगी।
इस वीडियो में कुरैशी कहते नजर आ रहे हैं कि यूपी में भाजपा के सत्ता में आने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) देश में चुनाव भी बंद करा सकता है। कुरैश कहते नजर आ रहे हैं कि मुसलमानों के नमाज पढ़ने और मस्जिद से अजान देने पर भी पाबंदी लगायी जा सकती है।
वीडियो में कुरैशी कह रहे हैं, “अगर आरएसएस के हाथ में सौंप देंगे तो अजाने होनी बंद हो जाएगी, नमाज होनी बंद हो जाएगी। वोट का पावर खत्म हो जाएगी।
हो सकता है कि उत्तर प्रदेश का हिन्दुस्तान का ये आखिरी इलेक्शन हो। आज हमारा फैसला गलत हो गया तो ये जिंदगी भर इलेक्शन नहीं कराएंगे। जब वोट की पावर खत्म हो जाएगी तो हम क्या करेंगे।
हम चुनाव भी नहीं लड़ सकते। हमारा कोई एमएलए नहीं हो सकता। हमारा कोई एमपी नहीं जीत सकता। जीतेगा तो अलग जब हमारा वोट नहीं होगा तो हम लडेंगे कैसे चुनाव।
ये इनकी साजिश है कि हिन्दुस्तान में कब्जा हो जाए आरएसएस का। हिन्दुस्तान में जब जंगे आजादी हमारे उलमा और हमारे बुजुर्ग तो ये उनकी मुखबिरियां करते थे। अंग्रेजों से उन्हें गिरफ्तार कराते थे, फांसियां लगवाते थे।”
याकूब कुरैशी इससे पहले मुसलमानों के पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बनाने वाले डेनमार्क के कार्टूनिस्ट की हत्या करने के लिए इनाम घोषित करके, फ्रांस में हुए आतंकवादी हमले को सही बताकर विवादों में आ चुके हैं।
कुरैशी तब भी विवादों में घिर गए थे जब उनके बेटे ने शराब के नशे में पुलिसवालों से हाथपाई कर ली थी। देश के पांच राज्यों (उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा) में चार फरवरी से आठ मार्च तक विधान सभा चुनावों के लिए मतदान होंगे।
चुनाव के नतीजे 11 मार्च को आएंगे। यूपी में 11 फरवरी से आठ मार्च के बीच सात चरणों में मतदान होगा। यूपी में पहले और दूसरे चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ज्यादातर सीटों पर मतदान होंगे।
बसपा ने इस बार करीब 100 मुस्लिम प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे हैं। पार्टी ने इतने मुस्लिम प्रत्याशी पहले कभी नहीं उतारे थे।