ईरान की आधिकारिक मीडिया का कहना है कि राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के हेलीकॉप्टर का मलबा मिल गया है। कल दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी और विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन सवार थे।
रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने एक ईरानी अधिकारी के हवाले से बताया कि हेलीकॉप्टर पूरी तरह जल गया है। ईरानी राष्ट्रपति अजरबैजान में एक बांध के उद्घाटन के बाद लौट रहे थे तभी उनका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
रविवार शाम करीब 7.00 बजे हेलिकॉप्टर अजरबैजान के पास लापता हो गया था। उसी समय से इसकी तलाश की जा रही थी। इलाके में भारी बारिश, कोहरा और ठंड की वजह से सर्चिंग में दिक्कतें आईं। इस दौरान तीन बचावकर्मी भी गायब हो गए।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी सहित नौ लोगों को ले जा रहा चॉपर जहां क्रैश हुआ है उस स्थान पर मलबा मिलने के बाद इन सभी के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, इस चॉपर हादसे में किसी के भी जीवित बचने की उम्मीद न के बराबर है। इस हादसे पर भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में भारत ईरान के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है।
विदेशी समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक ईरानी अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी और विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लायान को ले जा रहा हेलीकॉप्टर अजरबैजान की सीमा से लौटते समय घने कोहरे के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी और विदेश मंत्री को ले जा रहे हेलीकॉप्टर को एक दुर्घटना के परिणामस्वरूप जल्दबाजी और अव्यवस्थित तरीके से लैंडिंग करनी पड़ी।
स्टेट न्यूज़ एजेंसी आईआरएनए ने बताया कि राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी अजरबैजान के साथ ईरानी सीमा पर एक बांध के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के बाद लौट रहे थे, जब उनका हेलीकॉप्टर वरज़कान में उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
हेलीकॉप्टर में ईरानी राष्ट्रपति, विदेश मंत्री होसैन अमीर अब्दुल्लाहियां, पूर्वी अज़रबैजान प्रांत के गवर्नर मलिक रहमती, धार्मिक विद्वान हज्जतुल्लाह मुहम्मद अली अल-हाशिम और अन्य स्थानीय अधिकारी भी सवार थे।
ईरानी रेड क्रिसेंट का कहना है कि दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर की तलाश में तेहरान, अल्बोरज़, अर्दबील, पूर्वी अज़रबैजान और पश्चिमी अज़रबैजान के 6 प्रांतों से 65 बचाव दल साइट पर भेजे गए थे। इसके अलावा रेड क्रिसेंट की 15 K-9 टीमें खोजी कुत्तों के साथ-साथ ड्रोन की मदद से इलाके की तलाशी ली गई।
तलाशी अभियान में क्षेत्र में खराब मौसम और भीषण कोहरे के कारण रेड क्रिसेंट के बचाव हेलीकॉप्टर को उन इलाक़ों में उड़ान भरने में दिक्कत का सामना करना पड़ा, ऐसे में बचाव दल जमीनी मार्गों से तलाश में जुटे रहे।
प्रेस टीवी के मुताबिक, ईरानी आपातकालीन सेवा के प्रवक्ता ने बताया कि इलाके में 8 एंबुलेंस भेजी गई हैं, जबकि घने कोहरे के कारण बचाव कार्य असंभव हो रहा था। जंगल युद्ध में अपनी विशेषज्ञता के लिए जानी जाने वाली 65वीं एयरबोर्न स्पेशल फोर्स ब्रिगेड को भी हेलीकॉप्टर दुर्घटनास्थल पर भेजा गया था।