भारत में पहलवानों के की दशा पर निगाह रखते हुए अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने चेतावनी दी है। संस्था ने इस मामले में की गई कार्यवाई के नतीजों को निराशाजनक बताया है।
पेशेवर कुश्ती की अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने भारत में पहलवानों के साथ हो रही घटनाओं पर चिंता जताई है। ओलंपिक समेत सभी अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं पर नजर रखने वालीइस संस्था ने एक अधिकारिक बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है कि संस्था भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध कर रहे पहलवानों को हिरासत में लिए जाने और उनके साथ की गई ज़्यादती की निंदा करता है। संस्था ने अभी तक हुई जांच के नतीजों से निराशा जताई है।
संस्था ने खुद को इन पहलवानों के साथ बताया है। संस्था ने आंदोलनकारी पहलवानों के साथ जल्द ही मुलाक़ात करने की भी बात कही है ताकि उनकी सुरक्षा और स्थिति बारे में संतुष्ट हो सकें।
संस्था का कहना है कि वह इस बात से चिंतित है कि यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद भी भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर उचित कार्यवाही नहीं हुई है।
#WrestlersProtest पर विश्व कुश्ती संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने चेतावनी दी है कि अगर आंदोलनकारी पहलवानों का उत्पीड़न जारी रहा तो वह भारतीय कुश्ती महासंघ को सस्पेंड कर देगी https://t.co/VAD0zGjI0V
— Navjivan (@navjivanindia) May 30, 2023
भारत में आंदोलनकारी पहलवानों से जुड़ी घटनाओं पर नजर रखने वाली इस संस्था ने अपने बयान में कहा है कि भले ही बृजभूषण शरण सिंह को कुश्ती महासंघ से अलग कर दिया गया है, फिर भी हाल की घटनाएं चिंता बढ़ाने वाली हैं।
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने अपने बयान में पहलवानों के साथ हो रहे व्यवहार की कड़ी निंदा की है। आगे उन्होंने जांच के नतीजों को निराशाजनक बताते हुए संबंधित अधिकारियों से आग्रह किया है कि वह पूरे मामले की विस्तृत और निष्पक्ष जांच करे।
UWW issues statement on Wrestling Federation of Indiahttps://t.co/TyNfSX57qW
— United World Wrestling (@wrestling) May 30, 2023
संस्था ने बयान में आगे भारतीय ओलंपिक संघ की निर्वाचित आम सभा और भारतीय कुश्ती महासंघ के बारे में पूरी जानकारी मांगी है। आगे संस्था की ओर से कहा गया है कि 45 दिनों के अंदर इस समिति की बैठक होगी। ऐसा न होने पर यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग भारतीय कुश्ती महासंघ को निलंबित कर देगी और खिलाड़ियों को न्यूट्रल फ्लैग के तहत प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना होगा।
बताते चलें कि इन हालात के मद्देनजर इसी साल दिल्ली में होने वाली एशियाई चैंपियनशिप को शिफ्ट कर दिया गया है।