वाशिंगटन : केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ज्यादा से ज्यादा योजनाओं को आधार आधार कार्ड से जोड़ना चाहती है। सरकार का दावा है कि इससे योजनाओं के क्रियान्वयन को बेहतर किया जा सकेगा। World bank
वहीं अब वर्ल्ड बैंक के आर्थिक विशेषज्ञ पॉल रोमर ने भारत के UIDAI सिस्टम की तारीफ की है।
वहीं तारीफ करने के अलावा उन्होंने इस सिस्टम को बाकी देशों द्वारा भी इसे अपनाने की सलाह दी है।
रोमर ने कहा कि आधार पहचान का बेहद सोफिस्टिकेटिड सिस्टम है।
उन्होंने कहा कि फिनांशल ट्रांजैक्शन जैसी सभी चीजों के लिए यह अच्छा बेस है। अगर यह पूरी दुनिया में लागू हो जाता है तो बेहतर होगा।
वहीं इंफोसिस के सह-संस्थापक और आधार बनाने वाले आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन नंदन निलेकणि ने भी इसे लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि तंजानिया, अफगानिस्तान, बांग्लादेश जैसे देश इस सिस्टम के बारे में विचार कर रहे हैं और इसमें रुचि दिखा रहे हैं।
साथ ही टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन आरएस शर्मा ने भी बताया कि रूस, मोरक्को, अल्जीरिया और ट्यूनिशिया जैसे देशों ने भी आधार के प्रति अपनी रुचि दिखाई है। बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार ने कई योजनाओं का लाभ पाने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य बनाया था।
वहीं कुछ लोग आधार को सभी चीजों से जोड़े जाने का विरोध भी करते हैं। आलोचकों का दावा है कि आधार को सभी चीजों से लिंक करने से निजता के अधिकार का हनन हो सकता है।