प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक संबोधन में वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा दिए जाने की दशा में महिलाओं के लिए इसे लाभकारी बताया। उन्होंने कहा कि इससे रोजगार के लिए महिलायें अपनी भागीदारी और बढ़ा सकेंगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश ने दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का दर्जा हासिल कर लिया है, जिसका बहुत सारा श्रेय लाखों श्रमिकों को जाता है। भविष्य की जरूरत फ्लेक्सी काम के घंटे हैं। उन्होंने महिला श्रम बल की भागीदारी को बढ़ाने के लिए लचीले कार्यस्थलों जैसी प्रणालियों के उपयोग पर बल दिया।
अगर हम नारी शक्ति का इस्तेमाल करें तो भारत अपने लक्ष्यों को तेजी से हासिल कर सकता है।
सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की महिला कार्य भागीदारी दर वर्ष 2021 के लिए लगभग 25% थी, जो उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए सबसे कम थी। उन्होंने आगे कहा कि अगर हम अपनी नारी शक्ति का इस्तेमाल करें तो भारत अपने लक्ष्यों को तेजी से हासिल कर सकता है।
उच्च गुणवत्ता वाले कुशल कार्यबल के निर्माण के माध्यम से प्रधानमंत्री ने वैश्विक अवसरों के लाभ उठाने की बात भी कही। इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री श्रम-योगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसी विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत श्रमिकों की बात कही। उन्होंने बताया कि भारत ने कई देशों के साथ प्रवास और गतिशीलता साझेदारी समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने राज्यों से इन साझेदारियों का लाभ उठाने का आग्रह किया।