अहमदाबाद। गुजरात की सीएम आनंदी बेन पटेल ने बीजेपी आलाकमान को पत्र भेजकर सीएम के पद से मुक्त करने की गुजारिश की है। पार्टी आलाकमान को पत्र भेजने के बाद फेसबुक पोस्ट के माध्यम से आनंदी बेन पटेल ने जानकारी दी कि उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं से निवेदन किया है कि उन्हें सीएम के पद से मुक्त किया जाए।
आनंदी बेन ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि वह नवंबर में 75 साल की होने वाली हैं और वह चाहती हैं कि उन्हें दो महीने पहले ही उनकी जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए। उन्होंने लिखा, ‘बीजेपी के साथ मैं पिछले 30 सालों से काम कर रही हूं। सरकार के साथ-साथ पार्टी और संगठन का काम मुझे सौंपा गया था। ये मेरे लिए एक बड़ी जिम्मेदारी थी। मैंने दो महीने पहले नेतृत्व से इस जिम्मेदारी से मुक्त करने के लिए कहा था।’ उन्होंने लिखा, ‘जनवरी 2017 में होने वाले वाइब्रेंट गुजरात से पहले नए सीएम को तैयारियों के लिए पूरा समय मिले इसके लिए मैं अपने वरिष्ठ नेताओं से निवेदन करती हूं कि मुझे सीएम पद की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए।’ इस बारे में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, ‘आनंदी बेन ने इस्तीफे की पेशकश की है, मैं उनका इस्तीफा पार्टी के संसदीय बोर्ड के समक्ष रखूंगा, वही उस पर अंतिम फैसला होगा।’
आनंदी बेन के इस्तीफे के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘आनंदी जी का इस्तीफ़ा गुजरात में आम आदमी पार्टी की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता का नतीजा है।’ उन्होंने कहा कि बीजेपी गुजरात में बुरी तरह से डरी हुई है और आनंदी बेन का इस्तीफा गुजरात में AAP की भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की जीत है। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता संजय झा ने कहा है कि यह बीजेपी का अंदरूनी मामला है लेकिन जिस तरह राज्य को चलाया जा रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है।
गौरतलब है कि पाटीदार आंदोलन और दलित कांड की वजह से आनंदी बेन पटेल लगातार विरोधियों के निशाने पर रही हैं। ऐसे में इस्तीफा देने के पेशकश के बाद उन पर सवाल उठने लगे हैं कि वह गुजरात सम्हालने में सक्षम नहीं थीं इसलिए उन्होंने सीएम पद से इस्तीफे की पेशकश की है। अगले साल यानी 2017 में गुजरात में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। आनंदी बेन के इस्तीफे की पेशकश के बाद नए मुख्यमंत्री के तौर पर गुजरात सरकार के मंत्री नितिन पटेल का नाम सामने आ रहा है। इसके अलावा विजय रुपानी और पुरुषोत्तम रुपाला के नाम पर भी पार्टी विचार कर सकती है।