नई दिल्ली: देश में H3N2 इन्फ्लूएंजा के मामले बढ़ने के साथ केंद्र सरकार इसे लेकर सतर्क हो गई है। इस इन्फ्लूएंजा की चपेट में आने वाले हरियाणा और कर्नाटक में एक-एक मरीज की मौत हो चुकी है।
बीते कुछ महीनों से देश में सर्दी-जुकाम और बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोगों को यह जाने की उत्सुकता है कि क्या H3N2 बीमारी भी कोरोना वायरस की तरह ही खतरनाक है?
देशभर में बढ़ रहा एच3एन2 इंफ्लुएंजा वायरस का प्रकोप, एक्सपर्ट ने बताया बचाव का तरीका#H3N2Virus #InfluenzaVirus https://t.co/0maXHR5pEW
— DNA Hindi (@DnaHindi) March 13, 2023
इस बारे में टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के बाद यह पता चला है कि इस वाइरस से गंभीर खतरा नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक़ चिंता की बात उस समय है जब रोगी का इम्यून सिस्टम कमज़ोर हो और उसमे बीमारी का मुक़ाबला करने की पर्याप्त क्षमता न हो।
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एच3एन2 और एच1एन1 दोनों प्रकार के इन्फ्लुएंजा को आमतौर पर फ्लू के रूप में जाना जाता है। इससे संक्रमित होने पर लंबे समय तक बुखार, खांसी, नाक बहना और शरीर में दर्द की समस्या होती है। गंभीर होने पर सांस फूलने की भी समस्या होने लगती है।
देशभर में इस इन्फ्लुएंजा वायरस के कारण होने वाले मामलों में इज़ाफ़ा देखा जा रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट लोगों को एहतियाती उपाय करने का सुझाव दे रहे हैं। जिनमे मास्क के उपयोग के अलावा हाथ की स्वच्छता और साल में एक बार फ्लू का टीका लगवाने जैसी बातें शामिल है। इसके अलावा भीड़ भाड़ वाले स्थानों से बचने की भी सलाह दी गई है।