ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने आज जुमा की नज़ाज़ के बाद अपने उपदेश में आम जनता को सम्बोधित किया।
अयातुल्ला खामेनेई ने हमास के प्रमुख शहीद इस्माइल हनियेह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि फिलिस्तीनी सही हैं और हम फिलिस्तीनियों के साथ हैं और हमेशा उनके साथ रहेंगे। आगे उन्होंने अन्य मुस्लिम देशों को भी अपनी भूमिका निभाने की अपील की है।
करीब चार साल बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने शुक्रवार की प्रार्थना का खुत्बा (उपदेश) दिया, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिकों ने शिरकत की।
ईरानी मीडिया के मुताबिक, अयातुल्ला खामेनेई ने इजरायली हमले में शहादत के लिए लेबनान में हमास नेता इस्माइल हानियेह और हसन नसरल्लाह को श्रद्धांजलि दी।
इजरायल पर ईरान के मिसाइल हमले को कानूनी और सही बताते हुए खामेनेई ने कहा कि कुछ रात पहले हमारे सशस्त्र बलों का ऑपरेशन पूरी तरह से वैध था। उन्होंने कहा कि इजरायल को हमारी सेना ने उचित जवाब दिया और आगे भी हम जवाब देने का हक रखते हैं।
अयातुल्ला खामेनेई ने क़ुरान का पाठ करते हुए धैर्य और दृढ़ता के साथ सच्चाई पर टिके रहने के महत्व पर जोर दिया।
ईरान के सर्वोच्च नेता ने अमरीका और इजरायल को मुस्लिम उम्मा का साझा दुश्मन बताया और मुस्लिम एकता पर जोर दिया और कहा कि मुसलमानों को एकता और सर्वसम्मति से अत्याचारी ताकतों से लड़ना चाहिए और उत्पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखानी चाहिए।
आध्यात्मिक नेता अयातुल्ला खामेनेई ने कहा कि इजरायल पर ईरान के हमले को उचित बतया और कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह भविष्य में भी कार्रवाई करेगा। इसपर बोलते हुए उनका कहना था कि इजरायल पर अपनी प्रतिक्रिया में न तो देरी करेंगे और न ही जल्दबाजी करेंगे।
उन्होंने हमास के प्रमुख शहीद इस्माइल हनियेह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि फिलिस्तीनी सही हैं और हम फिलिस्तीनियों के साथ हैं और हमेशा उनके साथ रहेंगे। साथ ही उन्होंने अन्य मुस्लिम देशों को भी अपनी भूमिका निभाने की बात कही।
इजरायल की ईरान पर हमले की धमकी के संदर्भ में अयातुल्ला खामेनेई ने कहा कि हर देश को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। हम इजराइल को कड़ी प्रतिक्रिया देने के लिए रक्षा के अधिकार का उपयोग करेंगे।
अपने उपदेश में अयातुल्ला खामेनेई ने इस्माइल हनियेह और हसन नसरल्लाह की शहादत का बदला लेने का संकल्प भी व्यक्त किया।