आज निर्वाचन आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के चुनावों की तारीखों का एलान कर दिया है।
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। हरियाणा में 2019 में चुनाव हुए थे और मौजूदा सरकार का कार्यकाल नवंबर में खत्म हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में जबकि हरियाणा में एक चरण में मतदान होगा। दोनों राज्यों के नतीजे चार अक्तूबर को जारी किए जाएंगे।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने हाल ही में दोनों राज्यों का दौरा किया था। जम्मू-कश्मीर में 2018 में सरकार भंग होने के बाद से ही चुनाव नहीं हो सके हैं।
बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर में 2014 में अंतिम बार चुनाव कराए गए थे। उस समय यहाँ भाजपा-पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच गठबंधन बना था।
बाद में भाजपा की इस गठबंधन से दूरी हो गई और 2018 में भाजपा और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की गठबंधन वाली सरकार गिर गई थी।
जम्मू-कश्मीर के लिए मतदाता सूची 20 अगस्त को जारी की जाएगी। यहाँ तीन चरणों चुनाव होगा, जिसमे 18 सितंबर को पहला चरण, 25 सितंबर को दूसरा चरण और पहली अक्तूबर को तीसरे चरण का मतदान होगा। इन चुनावों के नतीजे चार अक्तूबर को जारी किए जाएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने हरियाणा में विधानसभा चुनाव की जानकारी देते हुए बताया है कि हरियाण में 27 अगस्त को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित हो जाएगी। राज्य में एक चरण में पहली अक्तूबर को मतदान होगा और चार अक्तूबर को नतीजे सामने आ जाएंगे।
हरियाणा की वर्तमान सरकार का कार्यकाल नवंबर में खत्म हो रहा है। यहां आखिरी बार 2019 में चुनाव कराए गए थे। उस समय भाजपा-जजपा के गठबंधन से सरकार बनाई गई थी।
इस वर्ष मार्च में इन दोनों दलों का गठबंधन टूट गया था। इसी सियासी हलचल में भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री नियुक्त कर दिया था।