नयी दिल्ली 30 जनवरी : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह पूरा जीवन समाज के पिछड़े और कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए प्रयासरत रहे।
उपराष्ट्रपति ने कहा – “राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर उनकी पावन स्मृति में सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”
श्री नायडू ने यहां जारी एक संदेश में कहा कि महात्मा गांधी ने समाज के दुर्बल वर्गों के उत्थान के लिए अथक प्रयास किए। उनके सिद्धांत और जीवन आज भी अखिल विश्व के कल्याण का मार्ग दीप्त करते हैं। उन्हें याद करते हुए, उनका अनुसरण करने का भी संकल्प लेना चाहिए।
श्री नायडू ने कहा कि गांधी जी शांति, अहिंसा, नि:स्वार्थ सेवा के साधक थे। अपने वचन और कर्म से उन्होंने समय की रेत पर अपनी अमिट छाप छोड़ी, विश्व भर के कई लोगों को अहिंसा का मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित किया।
श्री नायडू ने अपने संदेश में महात्मा गांधी के इस कथन का भी उल्लेख किया – “अहिंसा ही सबसे बड़ा धर्म है। यदि हम इसका पूरी तरह से पालन न भी कर पाएं तो भी हमें इसकी भावना को समझना चाहिए और जहां तक संभव हो हिंसा का त्याग करना चाहिए – महात्मा गांधी।”