कराकस: दक्षिण अमरीकी देश वेनेजुएला आधुनिक इतिहास में अपने सभी ग्लेशियर खोने वाला पहला देश बनने जा रहा है। जलवायु वैज्ञानिकों का कहना है कि देश में बचे हुए ग्लेशियर महज बर्फ के मैदान बनकर रह गए हैं।
मौसम विज्ञानी मैक्सिमिलियानो हेरेरा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा है कि हम्बोल्ट ग्लेशियर वेनेजुएला का आखिरी ग्लेशियर है। पिछली सदी में जलवायु परिवर्तन के कारण देश के कम से कम पाँच ग्लेशियर पिघल चुके हैं।
कई ग्लेशियोलॉजिस्ट मानते हैं कि वेनेजुएला के सिएरा नेवादा नेशनल पार्क में बर्फ इतनी उथली है कि इसे ग्लेशियर नहीं माना जा सकता।
#FirstpostAmerica: Venezuela has reached a grim milestone in the struggle against climate change. It has likely become the first country to lose all of its glaciers. The South American country was once home to six glaciers but lost five of them by 2011. | @EKH2016 pic.twitter.com/41xn2uq8Xz
— Firstpost (@firstpost) May 10, 2024
ऐसा माना जाता है कि आधुनिक समय में वेनेज़ुएला पहला देश है जिसने अपने सभी ग्लेशियर पूरी तरह से खो दिए हैं। सिएरा नेवादा डी मेरिडा पर्वत श्रृंखला में स्थित वेनेजुएला के छह ग्लेशियरों में से पांच 2011 तक गायब हो गए।
हालाँकि, बर्फ के भंडारण को ग्लेशियर के रूप में वर्गीकृत करने के लिए कोई अंतरराष्ट्रीय मानक नहीं है लेकिन अमरीकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, इसके लिए 10 हेक्टेयर (24.71 एकड़) का क्षेत्र एक विशिष्ट क्षेत्र माना गया है।
2020 के एक अध्ययन में बताया गया है कि 1952 से 2019 के बीच 98 प्रतिशत ग्लेशियर सिकुड़ गए हैं। 20वीं सदी की शुरुआत में वेनेजुएला में 999.7 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में छह ग्लेशियर थे। इस क्षेत्र में हम्बोल्ट 450 हेक्टेयर तक फैला हुआ था, लेकिन शोधकर्ताओं के अनुसार यह ग्लेशियर पिघलकर दो हेक्टेयर में सिमट गया है।