वाराणसी: सुपारी किंग मुन्ना बजरंगी के मुकदमों की पैरवी करने वालों की हत्या हो रही है। सबसे पहले मुन्ना बजरंगी के रिश्तेदार की हत्या हुई। इसके बाद मुकदमों की पैरवी करने वाले दो करीबियों को भी मौत की नींद सुला दिया गया। मेरी जान का भी खतरा है और कचहरी परिसर से घर जाते समय संदिग्ध लोग मेरा पीछा करते हैं। ऐसे में मुझे सुरक्षा के लिए गनर दिया जाये।
यह गुहार मुन्ना बजरंगी का मुकदमा लड़ रहे अधिवक्ता शशिकांत राय उर्फ चुन्ना राय ने लगायी है। अधिवक्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी आरके भारद्वाज से भेंट करके मुन्ना बजरंगी के अधिवक्ता शशिकांत राय को गनर देने की मांग की है। अधिवक्ताओं ने कहा कि पहले भी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से गुहार लगायी गयी थी, लेकिन अभी तक अधिवक्ता की मांग नहीं मानी गयी है।
जिलाधिकारी के यहा पर प्रार्थना पत्र तक दिया था जिस पर स्थानीय खुफिया विभाग से रिपोर्ट मांगी गयी थी और एलआईयू ने अपनी रिपोर्ट में अधिवक्ता की जान का खतरा बनाया है इसके बाद भी गनर नहीं मिला है। शशिकांत राय ने कहा कि कुछ लोग मेरी हत्या करना चाहते हैं। कचहरी से घर जाते समय कुछ संदिग्ध लोग मेरा पीछा करते हैं। पुलिस प्रशासन ने अभी तक गनर तक नहीं दिया है और सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने में भ्ज्ञी नाकाम रहा है।
अधिवक्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शशिकांत राय को कुछ हो जाता है तो इसकी जिम्मेदारी जिला व पुलिस प्रशासन की होगी। यूपी में सुपारी किंग के नाम से जाने वाले माफिया मुन्ना बजरंगी इस समय सुल्तानपुर की जेल में बंद है। मुन्ना बजरंगी पर हत्या, रंगदारी, धमकी देना आदि कई मुकदमे दर्ज है। मुन्ना बजरंगी का असली नाम प्रेम प्रकाश सिंह है।
यूपी के जौनपुर के पूरेदयाल गांव निवासी मुन्ना बजरंगी के मुकदमे की पैरवी करने वाले रिश्तेदार पुष्पजीत सिंह की लखनऊ में गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। इसके बाद मुन्ना बजरंगी के मुकदमों की पैरवी बनारस निवासी मो.तारिक करने लगा था जिसकी भी लखनऊ में ताबड़तोड़ गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। इसके अतिरिक्त बजरंगी के अन्य सहयोगियों को भी गैंगवार में मौत के घाट उतारा जा चुका है