उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में सेमीकंडक्टर यूनिट प्लांट से जहाँ एक तरफ राज्य ‘सुपर हब’ बनेगा वहीँ इस परियोजना से लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिल सकेगा। यह जानकारी यीडा सीईओ अरुणवीर सिंह ने दी।
यीडा यानी यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने गुरुवार ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में सेमीकंडक्टर यूनिट द्वारा दो हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलने की बात कही है।
यीडा के सेक्टर-28 में स्थापित किए जाने वाले इस प्लांट में 3,700 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। इसे राज्य को सेमीकंडक्टर सेक्टर में ‘सुपर हब’ के तौर पर स्थापित करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
अरुणवीर सिंह ने इस दौरान बताया कि केंद्रीय कैबिनेट और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेमीकंडक्टर यूनिट के रूप में उत्तर प्रदेश को एक उपहार दिया है। यह संयुक्त उद्यम हार्डवेयर डेवलपमेंट में प्रसिद्ध एचसीएल और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में ग्लोबल लीडर फॉक्सकॉन के बीच होगा। साथ ही उन्होंने यहां इन्क्यूबेशन सेंटर बनाए जाने की भी बात कही।
आगे उन्होंने बताया कि यह भारत सरकार का छठा प्रोजेक्ट है, जिसे स्वीकृत किया गया है। इसके अलावा, यूपी में सेमीकंडक्टर के लिए छह और प्रस्ताव आए थे, जो सभी यीडा के लिए उत्तर प्रदेश ने प्रस्तावित किए हैं।
सेमीकंडक्टर प्लांट के लिए अप्रूवल मिलने को एक बड़ी उपलब्धि बताया जा रहा है। यह यूनिट जल्द ही जेवर में संचालित होने जा रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के समीप होगी। इसके अलावा प्लांट की बिल्डिंग एक्सप्रेस वे से काफी करीब है।
यह प्लांट की मदद से डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का निर्माण किया जाएगा। इसका उपयोग मोबाइल, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल, पर्सनल कंप्यूटर और अन्य उपकरणों में किया जाता है।
अरुणवीर सिंह ने आगे कहा कि सेमीकंडक्टर के लिए एक अलग से पॉलिसी बनाई गई है। प्लांट से 2.6 मिलियन चिप्स तैयार किए जाने की योजना है।