दुनिया फुटबॉल की सबसे बड़े संगठन फीफा अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को लेकर एक घोषणा की है। इसके तहत फीफा ने एआईएफएफ को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला किया है।
ये फैसला फीफा काउंसिल के ब्यूरो द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया है। जानकारी के मुताबिक़ फीफा ने बताया है कि ये निर्णय एआईएफएफ में तीसरे पक्ष के अनुचित प्रभाव के कारण लिया गया है, जो कि फीफा कानून का गंभीर उल्लंघन है।
फीफा द्वारा जारी एक आधिकारिक मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार फीफा परिषद के ब्यूरो ने सर्वसम्मति से तीसरे पक्ष के अनुचित प्रभाव के कारण ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला किया है, जो फीफा के नियमों का गंभीर उल्लंघन है।” इसके चलते भारत की अंडर17 वुमेंस वर्ल्ड कप की मेजबानी ख़त्म होने के करीब है। जिसे बचाने के लिए एक उम्मीद बची है।
फीफा द्वारा बनाये गए नियमों के मुताबिक़ उसके सदस्य संघों को अपने-अपने देशों में कानूनी और राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त होना चाहिए।
फीफा द्वारा बनाये गए नियमों के मुताबिक़ उसके सदस्य संघों को अपने-अपने देशों में कानूनी और राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त होना चाहिए। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप किया है। कोर्ट ने फेडरेशन के संविधान में संशोधन कराने के अलावा मई में एआईएफएफ को खेल को संचालित करने के लिए और 18 महीने से लंबित चुनाव कराने के लिए तीन सदस्यीय समिति नियुक्त की थी। इस मामले में फीफा तथा एएफसी ने भी एएफसी महासचिव विंडसर जॉन के नेतृत्व में अपने सदस्य भेजे थे।
कोर्ट के इस फैसले के चलते फीफा अंडर-17 महिला फुटबॉल विश्व कप 2022 नहीं खेला जा एकता है। ये प्रतियोगिता भारत में 11-30 अक्टूबर 2022 को होने वाली है। फीफा के नियम के अनुसार कोर्ट का ये हस्तक्षेप ख़तम किये जाने की दशा में निलंबन हटाया जा सकता है। साथ ही अक्टूबर में होने वाली अंडर 17 वुमेंस वर्ल्ड कप का आयोजन भी मुमकिन है।