एमफिल की डिग्री की मान्यता समाप्त कर दी गई है। जो छात्र और छात्राएं इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने की इच्छा रखते हैं उन्हें यूजीसी का नया आदेश जान लेना चाहिए।
इस बीच यूजीसी की ओर से जारी किए गए निर्देशों के बावजूद भी कुछ विश्वविद्यालय एमफिल जैसे प्रोग्राम उपलब्ध करा रहे हैं। ऐसे में यूजीसी ने अब छात्रों को सतर्क रहने को कहा है।
देशभर के सभी छात्रों को यूजीसी ने इस मामले में सतर्क करते हुए सूचना दी है कि अब कोई भी भारतीय विश्वविद्यालय एमफिल की डिग्री या पाठ्यक्रम छात्रों को ऑफर नहीं कर सकेगा।
इस सम्बन्ध में यूजीसी चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार के अनुसार यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को 2024-25 सेशन के लिए दाखिले पर रोक लगाने सम्बन्धी कदम उठाने की बात कही है।
एमफिल की डिग्री की मान्यता हुई रद्द, यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को तुरंत एडमिशन रोकने को कहा#UGC https://t.co/0PgQuc01BK
— Navjivan (@navjivanindia) December 27, 2023
बताते चलें कि अभी तक एमफिल की पढ़ाई करने वाले छात्रों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। साथ ही यूजीसी ने देशभर के छात्रों को इस पाठ्यक्रम के प्रति सचेत रहने की बात कही है।
यूजीसी का कहना है कि किसी भी विश्वविद्यालय में अब एमफिल की डिग्री को मान्यता नहीं है, इसलिए छात्र किसी भी प्रस्तावित एमफिल पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने से बचें।
गौरतलब है कि उच्च शिक्षा संस्थान केवल यूजीसी द्वारा निर्दिष्ट डिग्रियां ही प्रदान कर सकते हैं। बताते चलें कि यूजीसी (पीएचडी डिग्री प्रदान करने के लिए न्यूनतम मानक और प्रक्रिया) विनियम 7 नवंबर 2022 को अधिसूचित किए गए थे।
छात्रों के असमंजस को दूर करते हुए यूजीसी का कहना है कि अधिसूचना जारी किए जाने से पहले दाखिला ले चुके छात्रों को एमफिल की उपाधि के लिए पूरा करने की अनुमति दी जाएगी।
साथ ही इसमें यह भी स्पष्ट रूप से कहा गया है कि उपरोक्त नियमों की अधिसूचना के बाद अब देशभर का कोई भी उच्च शिक्षण संस्थान एमफिल में दाखिला नहीं कर सकता हैं।