अंकारा: तुर्की और सीरिया में जहां 6 फरवरी को आए भूकंप में मरने वालों की कुल संख्या 23 हजार 700 से अधिक हो गई है और अभी भी मलबे में शव मिल रहे हैं, वहीं मौत को शिकस्त देने वाला चमत्कार भी देखने को मिला।
तुर्की के दक्षिणी प्रांत हैटे में एक नष्ट हुई इमारत के मलबे में 90 घंटे तक दबी एक माँ और नवजात शिशु को जीवित बाहर निकाल लिया गया है।
यागिज नाम का यह बच्चा महज 10 दिन का है जबकि उसकी मां उसके साथ थी। बचावकर्मियों ने बड़ी सावधानी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और मां-बेटे को सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाब रहे। इस सफलता पर मौजूद सभी लोगों ने अल्लाहु अकबर और अल्हम्दुलिल्लाह के नारे लगाए। जच्चा-बच्चा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
वहीं इमारत के मलबे से एक और शख्स को जिंदा निकाल लेने की आशाजनक खबर राहतकर्मियों और शोक संतप्त जनता के लिए ख़ुशी की लहर साबित हो रही है। ऐसे में बचाव दल और अधिक लगन से काम कर रहा है।
तुर्की में 90 घंटे की मेहनत के बाद ढही इमारत के मलबे से एक नवजात शिशु और उसकी मां को बचाया गया है.https://t.co/OJooQqPU3H pic.twitter.com/hkSJyDWYOg
— BBC News Hindi (@BBCHindi) February 10, 2023
गौरतलब है कि दो दिन पहले सीरिया में एक महिला की बच्चे को जन्म देने के बाद घर के मलबे में दबकर मौत हो गई थी। भूकंप में नवजात के पिता, 4 भाई-बहन और एक मौसी की मौत हो गई थी।
इसी तरह सीरिया में भी दो बच्चों को जिंदा निकाला गया जो एक पत्थर के नीचे दबे हुए थे और लड़की अपने छोटे को अपने नीचे छिपा रही थी ताकि उसके शरीर पर चोट न लगे।