यह आदेश अमेरिकी राष्ट्रपति को यह अधिकार देता है कि वह ईरान की सम्पत्ति को रोक सकता है। अमेरिका ने अब तक ईरान का अरबों डालर ग़ैर कानूनी तरीके से रोक रखा है।
अलआलम की रिपोर्ट के अनुसार डोनल्ड ट्रंप ने दावा किया कि ईरान के असाधारण ख़तरों से मुकाबले के उद्देश्य से वह ईरान के बारे में आपात स्थिति की अवधि में एक वर्ष की वृद्धि कर रहे हैं।
ज्ञात रहे कि इस्लामी गणतंत्र ईरान के बारे में पहली बार आपात स्थिति के आदेश पर 15 नवंबर वर्ष 1979 को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ने हस्ताक्षर किया था और उसके बाद से हर वर्ष उसके समय में वृद्धि की जाती है।
यह आदेश अमेरिकी राष्ट्रपति को यह अधिकार देता है कि वह ईरान की सम्पत्ति को रोक सकता है। अमेरिका ने अब तक ईरान का अरबों डालर ग़ैर कानूनी तरीके से रोक रखा है।
ट्रंप ने अपने आदेश में ईरान के साथ होने वाले परमाणु समझौते की ओर संकेत किया और कहा है कि ईरान विस्तृत पैमाने पर क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियां अंजाम दे रहा है जबकि इस बात को सभी जानते हैं कि वास्तविकता इसके बिल्कुल विपरीत है।