अक्सर ही ऐसा होता है कि कई वजहों से हमारा लैपटॉप या PC स्लो हो जाता है. पर हमे ज्यादा जानकारी नहीं होती और हमे उसे फॉर्मेट करने के अलावा और कोई रास्ता भी नहीं नजर आता. पर हम उसे फॉर्मेट भी नहीं करना चाहते. आपको बता दे कि लैपटॉप या PC की स्पीड को फॉर्मेट करने के अलावा भी कई तरीकों से बढ़ाया जा सकता है।
स्टार्ट अप प्रोग्राम्स से दूरी स्टार्ट अप प्रोग्राम्स ज्यादा संख्या में होने पर आपके कम्प्यूटर की स्पीड को कम कर देते है. स्टार्ट अप प्रोग्राम कम्प्यूटर के ऑन होने पर ऑटोमैटिकली ऑन होने वाले प्रोग्राम होते है. इनमे जी-टॉक, स्काइप, बिट टोरेंट जैसे प्रोग्राम शामिल है. बेहतर है कि आप इनमे से काम न आने वाले प्रोग्राम्स को ‘start up’ लिस्ट से हटा दें।
C ड्राइव पर ध्यान दे
C ड्राइव में सिस्टम को चलाने वाले सभी जरूरी सॉफ्टवेयर्स स्टोर रहते है. इसलिए इस ड्राइव में गैरजरूरी डेटा न रखे. अपना अन्य डेटा दूसरी ड्राइव्स में रखे।
करप्ट फाइल को कहे बाय बाय
कम्प्यूटर का ऑपरेटिंग सिस्टम कुछ वक़्त के अंतराल में अपडेट होता रहता है. जिसमे कई फाइल्स करप्ट हो जाती है. यह फाइल्स आपके काम की नहीं रह जाती. बेहतर है इन्हे डिलीट कर दे या रिपेयर कर ले. करप्ट्स फाइल्स सिस्टम के Control panel> programs> uninstall or change programs में जाकर “System File Checking” की मदद से हटाई या रिपेयर की जा सकती है।
एंटीवायरस एक ही भला
अपने पक में एक ही ‘रजिस्टर्ड’ एंटीवायरस ही रखे. दो या ज्यादा प्रोग्राम या फायरवॉल प्रोग्राम पीसी को स्लो कर देते है।
हार्डवेयर पर भी गौर करे
पुराने हो चुके पीसी में स्पीड बढ़ाने के लिए हार्डवेयर बदलना भी एक विकल्प है. इसके अंतर्गत मसलन पीसी की रैम बढ़ाना, केबल बदलना, ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट करना, हार्डवेयर की जांच करना आदि कर सकते है।
ड्राइवर्स अपग्रेड करे
कंप्यूटर गेमिंग के शौकीनों के लिए बेहतर है कि वे अपने पीसी के ड्राइवर्स अपग्रेड जैसे कि ग्राफ़िक्स ड्राइवर को अपग्रेड करते रहे।
बेकार के डेटा से दूरी
अपने कंप्यूटर के डेस्कटॉप पर ज्यादा फाइल न रखे न ही कंप्यूटर में गैर जरूरी सॉफ्टवेयर रखे. डेस्कटॉप ज्यादा भरा होगा तो कंप्यूटर ज्यादा स्लो होगा. साथ ही यह c ड्राइव की ज्यादा रैम भी खाएगा।