भारत मौसम विज्ञान विभाग से मिलने वाली जानकारी में कहा गया है कि 30 मई के बाद झुलसाने वाली लू से राहत मिलने की उम्मीद है।
राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश इस समय सख्त गर्मी का सितम झेल रहा है। पहली जून के साथ ही दिल्ली सहित उत्तर पश्चिम भारत के लोगों को इस लू से राहत मिल सकती है।
आईएमडी की एक ऑनलाइन प्रेस वार्ता में जानकारी दी गई है कि एक पश्चिमी विक्षोभ आने के कारण गर्म हवाओं की तीव्रता में 30 मई के बाद से कमी आएगी।
मौसम विभाग उत्तर पश्चिम भारत में लू चलने के इस चरण को दूसरा चरण बता रहा है। उनके मुताबिक़ 16 मई से शुरू होने वाला यह चरण इस महीने के अंत तक जारी रहेगा।
प्रदेश का दूसरा सबसे गर्म शहर आगरा रहा। यहां का पारा 47.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अगले दो दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। आगरा में गर्मीं ने एक ही साल में पांच बार रिकॉर्ड तोड़ा है।
गर्मी में पहले नंबर पर झांसी रहा जहाँ तापमान 48.1 रहा जबकि 47.8 आगरा दूसरे स्थान पर रहा। लखनऊ में आज का अधिकतम तापमान 44 डिग्री और न्यूनतम 29 डिग्री रहने की उम्मीद है।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक़ पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से नमी आने के कारण देश के उत्तर पश्चिम और मध्य भागों में गरज के साथ बारिश होने के संकेत मिले हैं इसके अलावा पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में भी बारिश की संभावना है। जिससे गर्मी की मार झेल रहे लोगों को राहत मिलेगी।
हालाँकि विभाग ने अपनी जानकारी में यह भी कहा है कि ये राहत स्थाई नहीं है क्योंकि जून के महीने में दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान समेत भारत के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने के अलावा उमस का भी सामना करना पड़ेगा।
विभाग के मुताबिक, जहाँ दक्षिणी प्रायद्वीप के ज़्यादातर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रह सकता है वहीँ उत्तर पश्चिम के सुदूर उत्तरी भाग और पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की उम्मीद है।
मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी में कहा गया है कि आमतौर पर उत्तर पश्चिम भारत में जून के महीने में जो लू तीन दिन चलती है, उसके इस बार दो-चार दिन ज्यादा चलने का अनुमान है। ऐसे में इन इलाकों में चार से छह दिन भयंकर लू चलने की उम्मीद है।