न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित अन्य मांगों पर आज सरकार और किसानों के बीच बैठक होने वाली है। किसानों का 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल केंद्र के समक्ष अपनी मांगे रखेगा। यह घटनाक्रम केंद्र और आंदोलनकारी किसानों के बीच पिछले वर्ष फरवरी में हुई चार दौर की बैठकों के बाद हुआ है।
अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों के मुद्दों को हल किया जाएगा। केंद्र सरकार के साथ आज होने वाली बैठक में किसानों का 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल हिस्सा लेगा। यह बैठक आज शाम 5 बजे चंडीगढ़ सेक्टर 26 में होगी।
इस वार्ता में किसान संगठनों के 28 सदस्य शामिल होंगे। इसमें खनाैरी में 80 दिन से आमरण अनशन पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल के शामिल होने की भी खबर है। हालांकि हरियाणा की भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) और भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) इस वार्ता से दूर रहेंगे। इन दोनों संगठनों के अध्यक्षों का कहना है कि उनका खनौरी सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांगों को पूरा समर्थन हैं, लेकिन वे प्रदर्शन का हिस्सा नहीं है।
बैठक को लेकर पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा का कहना है कि राज्य सरकार को अभी तक बैठक के लिए कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है। आगे उन्होंने कहा कि आमंत्रित किए जाने पर वह बैठक में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
गौरतलब है कि केंद्र और किसानों के बीच पिछले साल फरवरी में हुई चार दौर की बैठकों के बाद शुक्रवार को यह बैठक होने वाली है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि केंद्र को शुक्रवार की बैठक में एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी सहित आंदोलनकारी किसानों के मुद्दों का समाधान करना चाहिए।
बताते चलें कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के संयोजक डल्लेवाल न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी गारंटी दिये जाने समेत किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर खनौरी सीमा पर पिछले साल 26 नवंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं।