आगामी चुनाव को देखते हुए जम्मू कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस की ओर से गठबंधन का माहौल बन गया है। फारूक अब्दुल्ला और राहुल गांधी की आज होने वाली मुलाक़ात ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के साथ गठबंधन का रास्ता हमवार कर दिया है।
जम्मू कश्मीर में चुनाव की तारीखें घोषित होने के साथ ही सियासी सरगर्मियों ने भी ज़ोर पकड़ लिया है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे जम्मू कश्मीर की यात्रा पर हैं। अपनी इस यात्रा में राहुल गांधी ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों को पसंद नहीं करते हैं, बल्कि उनसे मोहब्बत करते हैं।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस चुनाव मिलकर लड़ेंगे। आज राहुल गांधी से मुलाकात के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला ने यह ऐलान किया।
फारूक अब्दुल्ला का कहना है कि राज्य की सभी 90 सीटों पर दोनों दल एक साथ चुनाव लड़ेंगे। सीटों को आज रात तक फाइनल कर लिया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई है कि उनकी पार्टी फिर से सत्ता में आएगी।
अपने जम्मू-कश्मीर दौरे पर श्रीनगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को मुखातिब करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का प्रतिनिधित्व करना और इसे वापस राज्य का दर्जा दिलाना सबसे जरूरी है।
चुनाव में जम्मू-कश्मीर के लोगों का साथ मिलने की उम्मीद जताते हुए राहुल गाँधी ने यह भी कहा कि यहाँ से उनका खून का रिश्ता है।
राहुल गांधी ने गुरुवार को श्रीनगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गठबंधन होने की बात कही और साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं का सम्मान बनाए रखने की बात भी रखी।
विधानसभा चुनाव के लिए फारूक अब्दुल्ला की अगुवाई वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन से यहाँ के पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश का माहौल है।
बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और पहली अक्तूबर को चुनाव होने हैं, मतगणना 4 अक्तूबर को होगी।