फिलिस्तीनियों पर जारी इस्राईल के अत्याचारों में एक और कड़ी तब जुड़ गई जब आज इस्राईली सैनिकों ने घायलों का उपचार करती एक नर्स को गोली मार दी।
फिलिस्तीनी स्वास्थ मंत्रालय ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा है कि “हैफा से गाज़ा” तक नाम से आयोजित फिलिस्तीनियों के वापसी मार्च में एक 21 साल की लड़की “रज़ान अशरफ़ अलनजार” शहीद और दूसरे 100 लोग घायल हुए हैं।
रिपोर्ट बताती हैं कि इस गोली बारी में शहीद होने वाली एक महिला नर्स थी जो अपना कार्य करते हुए इस्राईली गोली से शहीद हुई है।
फिलिस्तीनी स्वास्थ मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ़ अलकदरा ने इस संबंध में कहा है कि रज़ान अशरफ़ अलनजार 21 वर्षीय नर्स खान यूनुस में अलअवदा शरराणार्थी शिविर में अपना कार्य करते हुए गोली लगने से शहीद हुई हैं।
उन्होंने कहा कि ज़ायोनी सैनिकों ने घायलों को सहायता पहुँचाते 5 स्वास्थकर्मियों पर गोली चलाई जिसमें से एक गोली इस नर्स को लगी और वह शहीद हो गई।
फिलिस्तीन के नागरिक गाज़ा पट्टी और वेस्ट बैंक में पिछले दस सप्ताह यानी अवैध राष्ट्र इस्राईल के गठन और कुद्स में अमरीकी दूतावास के स्थानांतरण के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं। इन प्रदर्शनों में अब तक सैकड़ों फिलिस्तीनियों की मौत और हज़ारों घायल हो चुके हैं।
दूसरी तरफ़ फिलिस्तीनियों पर जारी इस्राईल के आक्रमण की निंदा करने वाले प्रस्ताव के मसौदे को संयुक्त राष्ट्र में अमरीका ने वीटो कर दिया है।
हमास आंदोलन ने अपने बयान में कहा है कि फिलिस्तीन की 21 वर्षीय नर्स रज़ान अलनजार का पवित्र खून इस्राईली अतिक्रमणकारियों के आतंकवाद की एक गवाह है।