बंग्लादेश में प्रधान मंत्री शैख़ हसीना को जान से मारने की कोशिश में रविवार को एक अदालत ने 10 लोगों को मौत की सज़ा और 9 लोगों को 20 साल क़ैद की सज़ा सुनायी है।
इन लोगों को सन 2000 में शैख़ हसीना को जान से मारने की साज़िश रचने का दोषी पाया गया। इन लोगों को गोपालगंज के दक्षिण-पश्चिम में स्थित शैख़ हसीना के गांव में एक खुले मैदान में, जहां वह एक रैली को संबोधित करने वाली थीं, अत्यंत शक्तिशाली बम लगाने का दोषी पाया गया। सुरक्षा अधिकारियों ने रैली से पहले बम का पता लगा लिया था।
ढाका के ट्रायल ट्राइब्यूनल-2 की जज मुम्ताज़ बेगम ने कहा, “इन मुजरिमों को हाई कोर्ट की इजाज़त से फांसी के फंदे पर लटकाकर या फिर गोली मार कर सज़ा दी जाएगी।”
मुक़द्दमे की कार्यवाही के वक़्त सिर्फ़ 8 आरोपी मौजूद थे जबकि बाक़ी को उनकी ग़ैर मौजूदगी में सज़ा सुनायी गयी।)