तेलंगाना सरकार ने राज्य में 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है। साथ ही राज्य के कंटेनमेंट जोन्स को छोड़कर बाकी सभी जोन्स को ग्रीन जोन्स घोषित करने का फैसला लिया है। हैदराबाद को छोड़कर बाकी सभी जिलों में सभी तरह की दुकानें खोली जाएंगी।
हैदराबाद में एक दिन एक छोड़कर एक दुकानें खोलेंगी। हालांकि कंटेनमेंट एरिया में कोई दुकान नहीं खुलेगी। राज्य में आरटीसी बस सेवाएं बहाल करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है और ये सेवाएं कल मंगलवार से शुरू होंगी। टैक्सी में 1+3 और कार में 1+2, आटो में 2+1 यात्री सवार हो सकते हैं।
सोमवार को यहां मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय प्रगतिभवन में करीब डेढ़ घंटे तक चली मंत्रिमंडल की बैठक में लॉकडाउन सहित विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बाद में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने लॉकडाउन 4.0 के गाइडलाइंस को 31 मई तक जारी रखने के साथ ही राज्यस्तर पर तय किए गए गाइडलाइंस के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि सैलून की दुकानें खोले जाएंगी और केवल कंटेनमेंट एरिया में बंद रहेंगी।सभी धार्मिक और प्रार्थनास्थल बंद रहेंगे। सिनेमाहाल, फंक्शन हाल, शिक्षण संस्थान, बार, पब्स, स्पोर्ट्स क्लब्स, जिम, पार्क, शॉपिंग माल्स, अम्यूजमेंट पार्कआदि बंद रहेंगे। मेट्रो रेल भी बंद रहेगी। कर्फ्यू रात्रि 7 बजे से सुबह 6 बजे तक जारी रहगा।
कंटेनमेंट एरिया में कुछ भी नहीं खुलेगा और वहां के लोगों को खुद सरकार रोजमर्रा की वस्तुओं की आपूर्ति करेगी। 1452 परिवार कंटेनमेंट की परिधि में हैं और उनके लिए रोजमर्रा की चीजों की डिलीवरी की जाएगी। कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सरकारी और निजी कार्यालय खोले जाएंगे और उनमें सभी कर्मचारी उपस्थित होकर काम कर सकते हैं। उद्योग और उनके विभिन्न इकाइयों में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए 100 फीसदी लोग काम कर सकते हैं।
आरटीसी की बसें कोविड-19 शर्तों के मुताबिक चलेंगी। जरूरत पड़ने पर ही लोगों को घरों से बाहर निकलना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सोचकर अनावश्यक सड़कों पर नहीं आना चाहिए अगर ऐसा होता है तो सरकार फिर से लॉकडाउन लागू करने में पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा कि शॉप ओनर्स के लिए सैनिटाइजर्स का इस्तेमाल करना अनिवार्य होगा। 65 साल से अधिक उम्र वाले वृद्दों ओर बच्चों को घरों से बाहर न छोड़े।
सीएम ने कहा कि सभी प्रकार की फसलों के लिए तेलंगाना अनुकूल है। तेलंगाना में इसबार फसल की भारी पैदावार करेंगे। ग्रेप गार्डेन और हिमायत पसंद आम तेलंगाना की खासियत है। रैतु बंधू दूसरे किसी राज्य में नहीं दिया जा रहा है। कृषि के लिए पानी देते हुए 24 घंटे मुफ्त बिजली देने वाला राज्य केवल तेलंगाना है। 2604 कृषि क्लस्टर स्थापित किए गए हैं। मिलावटी बीज के व्यापारियों के खिलाफ पीडी एक्ट के तहत मामले दर्ज किए जा रहे हैं। फसलों के उत्पादन में तेलंगाना सबसे आगे है। 70 लाख एकड़ में कपास की और 40 लाख एकड़ में धान की खेती करेंगे।
मुख्यमंत्री ने किसानों से केवल अधिक मुनाफा देने वाली धान की फसल की खेती करने की अपील की। उन्होंने बारिश के मौसम में मकई की जगह तूअर की खेती करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में सोना (एक किस्म का धान) की खेती है और इसकी अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में काफी डिमांड है। इसे तेलंगाना का शुगर फ्री शुगर फ्री राइस के नाम से बुलाया जाता है। बारिक चावल की पैदावार में तेलंगाना काफी आगे है। 40 लाख एकड़ में धान की पैदावार, 2 लाख एकड़ में सब्जियों की पैदावार करने की जरूरत है। निमाजाबाद, जगित्याल में हल्दी फसल की खेती की जा सकती है। आदिलाबाद, निजामाबाद जिले में सोयाबीन की खेती भी बड़े पैमाने पर करने की पूरी संभावना है।
उन्होंने कहा कि कलेक्टरों की जिम्मेदारी होगी कि किसानों से सरकार द्वारा सुझाई गई फसलों की खेती करवाए। जल्द ही जिला कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। वर्तमान में 25 लाख टन क्षमता वाले गोदाम उपलब्द है। जल्द ही एक न्यूज चैनल के जरिए किसानों से सीधी बातचीत की जाएगी।
उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ के पैकेज को खोखला और 100 फीसदी फर्जी करार दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तानाशाह की तरह बर्ताव कर रही है। राज्यों को नकदी देने की मांग की गई थी, लेकिन केंद्र राज्यों को भिखारियों की तरह देख रही है।