पेट्रोल-डीजल और सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते अब ऑटो-टैक्सी सेवा भी महंगी हो सकती हैं। डीजल और सीएनजी की कीमतें बढ़ने से पर्यटकों द्वारा बुकिंग बेहद कम हो गई है। इन बढ़ी कीमतों के विरोध में टैक्सी यूनियनों ने विरोध शुरू कर दिया है।
दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एवं टूर ऑपरेटर एसोसिएशन के ड्राइवरों ने धरना देकर इसकी शुरुआत कर दी है। सीएनजी की कीमतों में कटौती के लिए टैक्सी यूनियन की ओर से वैट घटाने की मांग की जा रही है। आगामी11 अप्रैल को दिल्ली सचिवालय पर और उसके बाद 18 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जाने की घोषणा की गई है।
एसोसिएशन की मांग है कि लगातार कीमतें बढ़ने से टैक्सी चलाना मुश्किल हो रहा है, ऐसे में सरकार सीएनजी और अन्य पेट्रोलियम उत्पाद को भी जीएसटी के दायरे में लाए।
साथ ही सरकार से पेट्रोल की तरह डीजल पर भी वैट कम करने के साथ फिटनेस के समय ली जाने वाली लेट फीस और जुर्माना हटाने की भी मांग भी की गई है।
इसके अलावा ओला-उबर जैसी टैक्सी का किराया भी दिल्ली सरकार द्वारा तय किए जाने की मांग उठाई गई। सरकार अपने स्तर पर किराया निर्धारित करे।
साथ ही सरकार से सीएनजी पर संचालित बस और टैक्सी मालिकों को सब्सिडी प्रदान किये जाने की बात भी कही गयी है।