सीरिया के पूर्वी गौता प्रांत में वद्रोहियों के एकमात्र कब्जे वाले दौमा शहर में आज हुए संदिग्द्ध रासायनिक हमले में कम से कम 70 लोगों की दम घुटने से मौत हो गयी और हजारों लोग प्रभावित हैं।
बीबीसी के अनुसार मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। स्वयंसेवी राहत एवं बचाव बल ‘व्हाइट हेल्मेट’ के प्रमुख आर -अल शाह ने ट्वीट करके कहा कि कई लोगों के शव बेसमेंट पर पड़े हुए हैं और कई लोगों को रासायनिक हमले के प्रभाव के कारण तड़पते हुए देखा जा सकता है।
मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। कनाडा में हॉकी टीम की बस दुर्घटनाग्रस्त, 15 लोगों की मौत अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संदिग्द्ध रासायनिक हमला बेहद भयावह है। अगर यह साबित हो जाता है कि यह रासायनिक हमला है तो विश्व समुदाय द्वारा तुरंत कार्रवाई करने की मांग की जायेगी। गौता के विरोधियों के समर्थन वाले गौता मीडिया सेंटर ने दावा किया कि एक हेलीकैप्टर से बैरल बम फेंका गया जिसमें टैक्सिक नर्व एजेंट ‘सरीन’था।
संस्था की प्रवक्ता ने कहा कि इस हमले में 180 लोगों की मौत हुयी है।अस्पताल में कई ऐसे लोगों को लाया गया जिनके मुंह से झाग निकल रहे थे। सरकार पर विद्रोही बस्तियों पर रासायनिक हमलों के आरोपों के बीच सरकारी समाचार एजेंसी ‘साना’ ने कहा कि दौमा में जैश-ए-इस्लाम का कब्जा है और वह मिटने की कगार पर है। उसकी मीडिया शाखाएं अरब सेना को रोकने के असफल प्रयास के तहत रासायनिक हमले की खबरें फैला रही हैं।