सुप्रीम कोर्ट ने अनुराग ठाकुर को बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से हटा दिया है. कोर्ट ने जस्टिस लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को सही ढंग से लागू नहीं करने पर यह निर्णय लिया है.करीब डेढ़ साल से चल रही सुनवाई के बाद यह फैसला आया है.
मामले की सुनवाई करते आए चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर रिटायर होने से पहले इस पर फैसला सुनाया है.लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को बीसीसीआई की ओर से लागू करने में हो रही आना-कानी करना बीसीसीआई को भारी पड़ा है.
कोर्ट ने बोर्ड अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय सिर्के को पद से हटाने का आदेश दिया है. कोर्ट ने दोनों को नोटिस भी जारी किया है. सिर्के ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा था कि मुझे अभी तक कोर्ट की कॉपी नहीं मिली है.
सुप्रीम कोर्ट में डेढ़ साल से चल रहे इस मामले की आज अहम सुनवाई हुई. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था और अपने तेवर भी साफ कर दिए थे.
पिछली सुनवाई में चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा था कि बीसीसीआई प्रमुख अनुराग ठाकुर पर कोर्ट की अवमानना का केस चलाया जा सकता है. इसके लिए अनुराग ठाकुर जेल भी जा सकते हैं.