उत्तर प्रदेश सरकार ने कांवड़ यात्रा को महत्व देते हुए गंगा नहर किनारे की सड़क चौड़ी करने का फैसला लिया है। इस चौड़ीकरण में लाखों हरे-भरे पेड़ काटने की तैयारी है।
नवजीवन में छपी एक खबर के मुताबिक़ राजमार्गों से गुजरने वाली इस भीड़ की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने एक लाख से अधिक पेड़ और झाड़ियां काटने का फैसला लिया है।
कांवड़ियों की सुविधा के लिए नहर के किनारे बनी सड़क को चौड़ा किया जाएगा। इसके लिए इन पेड़ों और झाड़ियों को साफ किया जाएगा।
गौरतलब है कि इसे पहले उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रियों को तमाम सुविधाएं मुहैया कराने का आश्वासन दिया था। बताते चलें कि कांवड़ यात्रा का मक़सद गंगा का पवित्र जल अन्य शहरों तक ले जाना होता है।
कांवड़ यात्रा पर निकले कावंड़ियों की सुविधा के लिए राज्य सरकारद्वारा जिन पेड़ और झाड़ियों को काटने का फैसला किया है उसके लिए राज्य सरकार 1,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च वहन करेगी।
बताते चलें कि जिन मार्गों से ये कांवड़िये गुजरते हैं वहां हेलीकॉप्टर द्वारा गुलाब की पंखुड़ियां बरसाने का इंतिज़ाम किया जाता है। थोड़े फासले पर उनके लिए भोजन की व्यवस्था की जाती है।
सरकारी गणना के अनुसार, बीते वर्ष पोंटा साहिब से लेकर ऊपरी गंगा नहर के साथ 111 किलोमीटर के मार्ग में मुजफ्फरनगर में पुरकाजी से लेकर मेरठ में सरधना और जानी और गाजियाबाद में मुरादनगर तक विभिन्न मार्गों से गुजरने वाले कांवड़ियों की संख्या एक करोड़ से अधिक थी। पिछले कुछ वर्षों में इन कावंड़ियों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली है।