उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के एसपी सिटी का हिंसा वाले दिन 20 दिसंबर को कुछ लोगों को धमकाते हुए कथित रूप से एक विवादित बयान वाला विडियो वायरल हुआ है। इसमें वह एक बस्ती में घूमकर पब्लिक को चेता रहे हैं। विडियो में वह कथित रूप से कहते सुने जा रहे हैं कि विरोध में काली-पीली पट्टी बांधने वाले पाकिस्तान चले जाओ।
इतना ही नहीं, वायरल विडियो के मुताबिक, एसपी सिटी लोगों को धमकाते हुए कहते दिख रहें हैं, ‘इस गली को ठीक कर दूंगा मैं, एक-एक घर के एक-एक आदमी को जेल में बंद करूंगा मैं, बर्बाद करके रख दूंगा करियर। खाते यहां का हो और गाते कहीं और का हो।’ दरअसल, मेरठ की एक बस्ती में काली पट्टी बांधकर सीएए का विरोध करने की जानकारी पर एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह वहां पहुंचे थे।
भारत का संविधान किसी भी नागरिक के साथ इस भाषा के प्रयोग की इजाजत नहीं देता और जब आप अहम पद पर बैठे अधिकारी हैं तब तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।
भाजपा ने संस्थाओं में इस कदर साम्प्रदायिक जहर घोला है कि आज अफसरों को संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं है pic.twitter.com/aR1L6bgSbG
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 28, 2019
सिंह के साथ एडीएम सिटी भी विडियो में दिख रहे हैं। बेहद खफा दिख रहे एसपी सिटी वहां मौजूद चंद लोगों को चेतावनी दे रहे हैं कि अगर इस लेन में कुछ भी होता है, तो हर कोई इसके लिए भुगतेगा। एसपी इसी के साथ कहते दिख रहे हैं कि यहां जो चार युवक थे उनके फोटो खिंच गए हैं। उनको बता देना कड़ी कार्रवाई होगी।
प्रशांत कुमार, एडीजी मेरठ: अगर स्थिति सामान्य होती तो शब्दों का चुनाव बेहतर हो सकता था, लेकिन उस दिन स्थिति बेहद खराब थी, हमारे अधिकारियों ने बहुत संयम दिखाया, पुलिस द्वारा कोई गोलीबारी नहीं की गई। pic.twitter.com/nA19MQSeG0
— MEERUT POLICE (@meerutpolice) December 28, 2019