इ्स्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने नाइजेरिया में इस्लामी आंदोलन के प्रमुख शेख ज़कज़की का उपचार प्रक्रिया के आंरभ होने और अपनी पत्नी के साथ उनकी भारत यात्रा पर खुशी प्रकट की है।
विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अब्बास मूसवी ने मंगलवार को अपने एक बयान में नाइजेरिया में इस्लामी आंदोलन के प्रमुख शेख ज़कज़की और उनकी पत्नी के स्वास्थ्य की कामना करते हुए आशा प्रकट की है कि नाइजेरिया से शेख ज़कज़की के बाहर निकलने से नाइजेरिया के इस्लामी आंदोलन और इस देश की सरकार के मध्य कई वर्षों से जारी समस्या के समाधान में सहायता होगी ताकि इस देश के शिया मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा होगी , इस्लामी आंदोलन पर प्रतिबंध खत्म होंगे और जेल में बंद उसके सदस्य रिहा होंगे।
विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने इस प्रक्रिया का समर्थन करते हुए कहा है कि ईरान इस संबंध में हर प्रकार की सहायता के लिए तैयार है।
याद रहे नाइजेरिया में इस्लामी आंदोलन के प्रमुख शेख ज़कज़की और उनकी पत्नी, इलाज के लिए सोमवार को नाइजेरिया से भारत रवाना हुई हैं।
शेख ज़कज़की और उनकी पत्नी को को 13 दिसंबर सन 2015 में ” ज़ारिया ” नगर के इमामबाड़े पर सैनिकों के पाश्चिक हमले के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था ।
नाइजेरियाई सैनिकों के इस हमले में शेख ज़कज़की के कई बेटे और सैंकड़ों समर्थक शहीद हो गये थे।
नाइजेरिया की सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर सन 2016 को शेख ज़कज़की की तत्काल रिहाई और नाइजेरिया की सेना को 150 डालर हा हर्जाना शेख जक़ज़की को अदा करने का आदेश दिया था किंतु सेना और सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को मानने से इन्कार कर दिया और शेख ज़कज़की को जेल में बंद रखा।
हालिया महीनों में शेख ज़कज़की का स्वास्थ्य बेहद खराब हो गया था और ईरान व भारत सहित कई देशों के डॅाक्टरों ने नाइजेरियाई सरकार को पत्र लिख कर इस्लामी आंदोलन के प्रमुख शेख ज़कज़की के स्वास्थ्य की ओर से चिंता प्रकट की थी और उपचार न होने की दशा में उनकी मृत्यु की आशंका प्रकट की थी।
कुछ दिनों पहले भारतीय डाक्टरों की एक टीम ने भी नाइजेरिया जाकर बड़े परिश्रम के बाद शेख ज़कज़की का चेकअप करने में सफलता प्राप्त की थी।