वैज्ञानिकों ने स्पाइडर-मैन का वेब-फेंकने वाला गैजेट विकसित कर लिया है। वैज्ञानिकों ने इस गैजेट के लिए एक तरल पदार्थ भी विकसित किया है जो गैजेट से फेंके जाने पर तेज़ चिपकने वाला पदार्थ बन जाता है।
शोधकर्ता लंबे समय से मजबूत रेशे बनाने की कोशिश कर रहे थे जिनका उपयोग जाले (मकड़ियों या अन्य कीड़ों द्वारा स्रावित रेशम) के रूप में किया जा सकता है।
अमरीका की टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक, मकड़ी के जाले की कठोरता, लचीलेपन और चिपकने वाले गुणों वाला ऐसा फाइबर बनाना अब तक एक चुनौती रही है।
एडवांस्ड फंक्शनल मटेरियल्स जर्नल में छपी इस आकस्मिक सफलता के अनुसार सही योजकों के साथ दृढ़ किए गए फ़ाइब्रोइन नामका पतिंगे के रेशम को बारीक सुई से गुजरने से एक मजबूत और चिपचिपा फाइबर बन सकता है।
अध्ययन के सह-लेखक मार्को लो प्रेस्टी ने कहा कि वह फ़ाइब्रोइन रेशम का उपयोग करके अत्यधिक मजबूत चिपकने वाला पदार्थ बनाने की परियोजना पर काम कर रहे थे और जब उन्होंने अपने कांच को एसीटोन से ट्रीट किया, तो उन्होंने कांच की सतह पर एक जाल जैसा पदार्थ बनते देखा।
शुरुआत में मकड़ी के जाले की नकल करने की कोशिश में, शोधकर्ताओं ने देखा कि फ़ाइब्रोइन समाधान ने इथेनॉल या एसीटोन जैसे रसायनों की उपस्थिति में कई घंटों में एक अर्ध-ठोस जेल बनाया।
वैज्ञानिकों का कहना है कि डोपामाइन यौगिक रेशम प्रोटीन के तरल से ठोस में स्थानांतरण को तेज करता है। इस प्रयोग के बाद अब वैज्ञानिकों का मानना है कि मकड़ी के जाले की कठोरता, लचीलेपन और चिपकने वाले गुणों वाले फाइबरकी चुनौती अब चुनौती नहीं रही।