सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अरब-इस्लामिक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए इजरायली आक्रामकता को फिलिस्तीनियों का नरसंहार कहा है। साथ ही उन्होंने गाजा और लेबनान में तत्काल युद्धविराम का आह्वान भी किया है।
इजरायल-हमास युद्ध के चलते मध्य पूर्व में क्षेत्रीय तनाव बढ़ता ही जा रहा है। युद्ध का एक वर्ष से अधिक समय गुजरने के बाद अरब और मुस्लिम नेता रियाद में एकत्र हुए हैं। इसे अमरीका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को संदेश भेजने के तौर पर देखा जा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी के अनुसार, क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा है कि फिलिस्तीन संयुक्त राष्ट्र में पूर्ण सदस्यता के लिए पात्र है। प्रिंस ने दो-राज्य समाधान के समर्थन के लिए वैश्विक स्तर पर कनेक्शन बनाने की बात भी कही है।
सऊदी क्राउन प्रिंस ने भी ईरानी धरती पर इजरायल के हमलों की निंदा की और मध्य पूर्व में स्थायी शांति के लिए इजरायल को आगे की आक्रामकता से रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपना आह्वान दोहराया।
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने गाजा में मानवीय एजेंसियों के काम में बाधा डालने और फिलिस्तीनी प्राधिकरण की भूमिका को कम करने के प्रयासों के लिए इज़राइल की भी आलोचना की।
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से फिलिस्तीन और लेबनान में खिलाफ इजरायली अभियानों को तुरंत रोकने की बात कही। उनका कहना है कि गाजा में इजरायली आक्रामकता हमारे भाइयों का नरसंहार कर रही है।
मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि हम इजरायली सेना द्वारा लेबनान की संप्रभुता को निशाना बनाकर किए गए लेबनान की स्थिरता और सुरक्षा के साथ-साथ क्षेत्रीय अखंडता के उल्लंघन की निंदा करते हैं।
बताते चलें कि बीते सितंबर में अपने एक बयान में क्राउन प्रिंस ने कहा था कि जब तक फिलिस्तीनी राज्य नहीं बनता, सऊदी अरब इस्रायल को मान्यता नहीं देगा।