ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के एक कनाडाई सहित वैज्ञानिकों की एक टीम ने वलय वाले ग्रह की परिक्रमा करने वाले अतिरिक्त 128 चंद्रमाओं की पहचान की है, जिससे शनि के कुल चंद्रमाओं की संख्या 274 हो गई है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस मामले की जांच से हमें सौरमंडल के विकास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।
बताते चलें कि बृहस्पति और शनि के बीच कई वर्षों से सबसे अधिक चंद्रमाओं के लिए लड़ाई चल रही है – शनि ने दो साल पहले ही बृहस्पति से यह ताज छीन लिया था, जब शोधकर्ताओं के उसी समूह ने बृहस्पति की परिक्रमा कर रहे 64 अतिरिक्त चंद्रमाओं की खोज की थी। लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि इस खोज से शायद यह मामला हमेशा के लिए सुलझ जाएगा।
शनि ने 128 नए चंद्रमाओं की खोज के साथ ‘किंग ऑफ़ मून’ के रूप में अपनी उपाधि को और मजबूत कर लिया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि कुल 274 चंद्रमाओं के साथ, शनि और बृहस्पति के बीच रस्साकशी समाप्त हो गई है।
इस नई खोजी गई संख्या ने यह प्रश्न भी उठाया है कि ग्रह पर इतनी अधिक संख्या में चंद्रमा क्यों हैं। इन खोजों के साथ शनि के चंद्रमाओं की कुल संख्या 274 हो गई है, जो बृहस्पति के चंद्रमाओं से लगभग तीन गुना अधिक है तथा अन्य ग्रहों के चंद्रमाओं की कुल संख्या से भी अधिक है।
वाशिंगटन स्थित कार्नेगी इंस्टीट्यूशन फॉर साइंस के खगोलशास्त्री स्कॉट शेपर्ड ने इस बारे में कहा- “शनि चंद्रमाओं का राजा है।”
कनाडा के रेजिना विश्वविद्यालय की खगोलशास्त्री सामंथा लॉलर, जिन्होंने इस अवलोकन में भाग लिया था, ने भी कहा कि यह खोज दिलचस्प है। इससे स्पष्ट पता चलता है कि वहां कितना कुछ है।
ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और शोधकर्ता ब्रेट ग्लैडमैन, जिन्होंने नए चंद्रमाओं का निरीक्षण करने में मदद की, ने ऐज़ इट हैपन्स के होस्ट निल कोकसल को बताया, “यह समझना हमेशा विस्मयकारी होता है कि ग्रह कैसे बने और वे कहाँ से आए।”