मेलबर्न क्रिकेट क्लब ने घोषणा की है कि भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने मानद क्रिकेट सदस्यता स्वीकार ली है और अब वह एमसीसी के सदस्य हैं। यह प्रतिष्ठित मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) के प्रबंधन और विकास संबंधी कामों की ज़िम्मेदारी उठाता है। इस वक़्त यह भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट की मेजबानी कर रहा है।
बताते चलें कि इससे पहले 2012 में सचिन को ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया का मानद सदस्य बनाया जा चुका है। सचिन यह सम्मान पाने वाले पहले गैर-ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैं। यही नहीं 2012 में ही सचिन को सिडनी क्रिकेट क्लब की मानद आजीवन सदस्यता दी जा चुकी है।
तेंदुलकर को साल 2014 में इंग्लैंड में यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब की मानद आजीवन सदस्यता से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा उनके पास मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब की आजीवन सदस्यता भी है, यह लंदन में लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड तथा मुंबई में एमआईजी क्रिकेट क्लब के संरक्षक हैं, जहां एक युवा खिलाड़ी के रूप में उन्होंने प्रशिक्षण लिया था।
ऑस्ट्रेलिया के सबसे पुराने खेल क्लबों में से एक एमसीसी की स्थापना 1838 में हुई थी। क्लब ने आज अपने एक्स अकाउंट पर कहा- ‘एक आइकन को सम्मानित किया गया। एमसीसी को यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि पूर्व भारतीय कप्तान सचिन तेंदुलकर ने खेल में उनके उत्कृष्ट योगदान को स्वीकार करते हुए मानद क्रिकेट सदस्यता स्वीकार कर ली है।’
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भारत के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक है। उनके रिकॉर्ड्स की बात करें तो सचिन का अंतरराष्ट्रीय करियर 1989 से 2013 तक का रहा। इन 24 वर्षों में उन्होंने भारत के लिए 664 मैच खेले और 34,357 रन बनाए। सचिन 2011 वनडे विश्व कप विनर वाली टीम के सदस्य थे और उन्होंने 100 अंतरराष्ट्रीय शतक लगाए हैं।
सचिन ने भारत के लिए एमसीजी में 5 टेस्ट और 7 वनडे मैच खेले हैं। इन खेलों में उन्होंने 449 और 190 रन बनाए हैं। यहां सचिन के नाम एक शतक और 3 अर्द्धशतक दर्ज हैं। सचिन एमसीजी में खेले गए टेस्ट मैचों में भारत के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं।