लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए आरएसएस ऑर्टिकल्स् के जरिए राष्ट्रावाद को बढ़ावा देने वाले लेखकों के साथ सितंबर में दो दिन की बैठक करेगी। ये बैठक हिंदी भाषी राज्यों के लेखकों के साथ 24 और 25 सितंबर को लखनऊ में होगी। बैठक के लिये 250 लेखकों को आमंत्रित किया जायेगा।
राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने और हाल की घटनाओं को ध्यांन में रखते हुए राष्ट्र वाद से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिये आरएसएस लखनऊ में ये बड़ी बैठक आयोजित करेगी। बैठक का विषय भारत की भारतीय अवधारणा बनाम भारत की अभारतीय अवधारणा होगा। इस मीटिंग के आयोजन का जिम्मा आरएसएस अवध प्रांत का प्रचार विभाग को दिया गया है। जिसमें अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य, उनके डिप्टीो जे नंदकुमार और 2 सह कार्यवाहक, दत्ताात्रेय होसबोले या कृष्ण्गोपाल भी मौजूद रहेंगे। बैठक को लेकर अवध सह प्रांत प्रचार प्रमुख दिवाकर अवस्थीा ने बताया कि हिंदी भाषी राज्योंा के लेखकों को इसमें आमंत्रित किया गया है। जम्मूर-कश्मीेर में हाल में हुई हिंसा और जेएनयू में लगे देश विरोधी नारों पर लेखकों की राय ली जायेगी। आरएसएस से जुड़े एक पदाधिकारी ने बताया कि बैठक के लिये उन लेखकों को आमंत्रित किया गया है जो हिंदी भाषा के प्रिंट मीडिया और वेब पोर्टल्से पर राष्ट्र वाद और दूसरे मुद्दों पर लिखते रहते हैं।
यूपी चुनाव से ठीक पहले कानपुर में एक हफ्ते तक चली आरएसएस की बैठक के बाद ये उत्तरप्रदेश में उसका दूसरा बड़ा आयोजन होगा।