ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक इस समय सख्त मोर्चा संभाले हैं। कड़ी परिस्थितियों में अपना पद सँभालते हुए वह चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। ब्रिटेन में रेलकर्मियों और स्वास्थ्य सेवाओं के हड़ताल के के चलते हालात काफी बुरे हैं। जबकि इस बीच सुनक जल्द ही पहली बार देश को संबोधित करने वाले हैं। इस दौरान सुनक 18 साल की उम्र तक के विद्यार्थियों के लिए गणित की पढ़ाई अनिवार्य कर सकते हैं।
ब्रिटिश सरकार इस समय हड़तालों के बीच बढ़ती लागत और स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी दबाव का सामना कर रही है। ऐसे में सुनक चाहते हैं कि उनके देश के विद्यार्थी 18 साल की उम्र तक किसी न किसी रूप में गणित की पढ़ाई सुनिश्चित करें। उम्मीद है कि ब्रिटेन में सभी विद्यार्थियों के लिए जल्द ही 18 साल की उम्र तक गणित की शिक्षा को अनिवार्य किया जा सकता है।
सुनक का कहना है कि 2023 के अपने पहले भाषण में वे ब्रिटिश स्वास्थ्य सेवा में खाली पड़े पदों को भरने सहित अपनी प्राथमिकताओं का भी निर्धारण करेंगे। क़यास लगाया जा रहा है कि पिछले साल की राजनीतिक उतर चढ़ाव के बाद अपनी क्षमताओं को साबित करने का सुनक के पास अवसर है। ऐसे में वह इस अवसर पर प्राथमिकताएं निर्धारित करने का भी प्रयास करेंगे।
ब्रिटेन में 18 साल की उम्र तक गणित अनिवार्य, ऋषि सुनक ब्रिटिश शिक्षा व्यवस्था में लाए भारतीय प्लान – pic.twitter.com/EJts1vIUfV
— Divya Himachal (@DivyaHimachal) January 4, 2023
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ पीएम सुनक नेशनल हेल्थ सर्विस संकट से निपटने की जिम्मेदारी खुद संभालेंगे। सुनक ने कहा था कि हमारे बच्चों की नौकरियों के लिए पहले से कहीं अधिक विश्लेषणात्मक कौशल की आवश्यकता होगी। हमारे बच्चों को उन कौशलों के बिना दुनिया में जाने देना, हमारे बच्चों को नीचा दिखाना है। सुनक के मुताबिक़ 16 -19 साल के बच्चों में से आधे ही गणित पढ़ते हैं। बाकी के छात्र विज्ञान और अनिवार्य जीसीएसई की पढ़ाई चुन रहे हैं।
सुनक के आलोचक इस बार उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं पर संकट को लेकर घेरने की कोशिश कर रहे हैं। ब्रिटिश संसद में भी पीएम सुनक से जवाब की मांग की गई है। यहाँ ब्रिटेन में लोगों को एम्बुलेंस लेने में समस्याएं हो रही हैं। उन्हें प्लान्ड ऑपरेशन के लिए लंबा इन्तिज़ार करना पड़ रहा है। इसके अलावा इंग्लैंड में सोशल केयर को लेकर भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकार क़यास लगा रहे हैं कि भाषण के पहले मिली जानकारी के अनुसार, सुनक संख्या ज्ञान को लेकर अपने दृष्टिकोण को दुनिया के सामने रख सकते हैं।