नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अब उपभोक्ता के लिए एक और सुविधा मुहैया कराइ है। आरटीजीएस और एनईएफटी करने के लिए बैंक पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं।
रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांता दास ने मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान करते हुए बताया कि ये सुविधा बिना बैंक के भी मुमकिन है।
RBI allows RTGS, NEFT facilities to non-banking payment firmshttps://t.co/xNQlVKPqgj
— Business Today (@business_today) April 7, 2021
रिज़र्व बैंक के मुताबिक़ इस सुविधा से वित्तीय सिस्टम में सेटलमेंट रिस्क को कम करने में मदद मिलेगी और डिजिटल वित्तीय सेवाएं की पहुंच सभी यूजर्स तक हो जाएगी। नॉन बैंक पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर्स का मतलब होगा MobiKwik, PayU, Ola Pay, Amazon Pay इत्यादि। अगर आपके पास मोबाइल वॉलेट है तो आप आरटीजीएस और एनईएफटी करने में सक्षम है।
इस सुविधा के तहत आप मोबाइल वॉलेट इंटरऑपरेबिलिटी के जरिए अब 2 लाख रुपये तक रक़म भेजे सकते हैं। यानी अगर आपके पास Ola Pay है, आप किसी दूसरे के वॉलेट में पैसे भेज रहे हैं, जो कि कोई दूसरा वॉलेट इस्तेमाल करता है, तो इसकी लिमिट अब 2 लाख रुपये कर दी गई है। ये लिमिट पहले एक लाख थी। इसके लिए KYC अनिवार्य है।