लखनऊ। हाल ही में बसपा ने अपने जिन दो विधायकों को पार्टी से निष्कासित किया था और फिर उन्हें पार्टी में वापस ले लिया। उन्हीं विधायकों ने बसपा सुप्रीमो पर आरोप लगाया है कि वो चार करोड़ टिकट बेचती हैं। बसपा ने इन दोनों विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया है ।
पलिया से विधायक रोमी साहनी और हरदोई के मल्लावां से विधायक बृजेश वर्मा ने बसपा मुखिया पर आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि विधानसभा सीटों के लिए 2 से 10 करोड़ रुपए तक की वसूली की जा रही है। पार्टी विधायकों को भी टिकट लेने के एवज़ पैसे देने पड़ रहे हैं।
रोमी साहनी ने कहा कि भाजपा से निष्कासित दयाशंकर सिंह की पत्नी और बेटी के खिलाफ लगे नारों को भी उन्होंने गलत ठहराया। हम उन नारों का घोर विरोध करते हैं। दयाशंकर की टिप्पणी की सजा उनकी 12 साल की मासूम बच्ची, पत्नी और मां को दी गई। यह प्रदेश व देश के लिए शर्मनाक घटना है। विधायकों ने कहा कि चुनावी वर्ष में टिकटों की खरीद फरोख्त का दौर चल रहा है। मायावती ने अम्बेडकर और कांशीराम के सपनों को चकनाचूर कर दिया है। विधायकों ने आरोप लगाये कि मायावती और नसीमुद्दीन ने टिकट के लिए 5 करोड़ मांगे थे। विधायकों ने कहा कि यूपी में पर आदमी को पता चल चुका है कि बसपा में टिकट बिकता है।
गौरतलब है कि बृजेश कुमार वर्मा और हरविंदर सिंह साहनी को एमएलसी चुनाव में क्रास वोटिंग के आरोप में मायावती ने पार्टी से निकाल दिया था। स्वामी प्रसाद मौर्या के जाने के बाद बीएसपी में डैमेज कंट्रोल के लिए हरदोई के मल्लावां से विधायक बृजेश कुमार वर्मा की पार्टी में वापसी की गई थी। बताया जा रहा था कि उन्होंने बसपा सुप्रीमों से लिखित माफी मांग ली थी। पलिया के विधायक हरविंदर सिंह साहनी उर्फ रोमी बसपा सुप्रीमो के आवास पर पहुंचे थे और उन्हें भी पार्टी में फिर शामिल कर लिया गया था। बसपा में इन दोनों विधायकों की घर वापसी डैमेज कंट्रोल के रूप में देखी जा रही थी।