नई दिल्ली: रघुराम राजन ने ठुकराया आम आदमी पार्टी राज्यसभा भेजने का ऑफर. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने आम आदमी पार्टी का वो ऑफर ठुकरा दिया है, जिसमें पार्टी ने उनको राज्यसभा भेजने का प्रस्ताव रखा था. आम आदमी पार्टी के प्रस्ताव पर जब मीडिया ने उनका पक्ष मांगा, तो उनकी तरफ से बयान जारी करके कहा गया, ‘प्रोफेसर राजन बहुत से शिक्षा से जुड़े कामों से जुड़े हुए हैं. उनका शिकागो यूनिवर्सिटी में पूर्णकालिक पढ़ाने की नौकरी छोड़ने का कोई प्लान नहीं है.’ इससे पहले आम आदमी पार्टी की तरफ से उनसे संपर्क करके उन्हें राज्यसभा की सदस्यता की पेशकश की गई थी. दिल्ली से 3 राज्यसभा सांसद मनोनीत होने है और तीनों ही सीट आम आदमी पार्टी को तय करनी है. पार्टी के उच्च सूत्रों के मुताबिक अलग-अलग क्षेत्रो के विशेषज्ञों को उम्मीदवार बनाने पर गंभीरता से विचार चल रहा है. इन्हीं में से एक नाम आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का भी था.
सूत्रों के मुताबिक ऐसा करने से पार्टी के भीतर की गुटबाजी पर भी रोक लगेगी. पार्टी के बड़े नेता कुमार विश्वास खुलकर अपने लिए राज्यसभा सीट मांग चुके हैं. अगर पार्टी बाहर के लोगों को मनोनीत करने का फैसला लेती है, तो उनके लिए भी खुद के लिए दबाव बनाना मुश्किल हो जाएगा. दिल्ली से राज्यसभा की तीन सीटों पर कांग्रेस के जनार्दन द्विवेदी, डा. कर्ण सिंह और परवेज हाशमी सांसद हैं. इनका कार्यकाल अगले साल जनवरी में खत्म हो रहा है. इन सीटों पर आप के तीनों उम्मीदवारों की जीत तय है.
राज्यसभा की सदस्यता के लिये आप के किसी नेता को मैदान में नहीं उतारने के फैसले से संसद के उच्च सदन में पहुंचने का पार्टी नेता कुमार विश्वास का दावा भी निष्प्रभावी हो गया है. इससे पार्टी के अंदर राज्यसभा की सदस्यता को लेकर मचा घमासान भी खत्म करने में पार्टी नेतृत्व को मदद मिलेगी.