नई दिल्ली। गाय के नाम पर देश में राजनीति के ग्यारह महीने बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गाय पर बोले। अपने टाउनहॉल कार्यक्रम में डेढ़ घंटे के संबोधन के आखिरी वक्त में उन्होंने गाय पर चुप्पी तोड़ी। गोरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी की बात कही लेकिन हिंदू महासभा पीएम के बयान के खिलाफ खड़ी हो गई है।
अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, ” अगर गौ रक्षा में कुछ घटनाये हो जाती हैं तो मारपीट करने वालों को जेल भी भेजा जाता है। लेकिन 70-80 फीसदी लोगों को अपराधी कहना गलत है।”
मुन्ना कुमार ने कहा, ”2014 के चुनाव में मोदी ने गौ हत्या पर रोक लगाने का वादा किया था, लेकिन गौ हत्या बढ़ गयी। अगर एक भी गौ रक्षक गिरफ्तार हुआ तो हम इसका कड़ा विरोध करेंगे। मोदी संसद में ध्यान भटकाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं।”
गाय की सेवा के नाम पर ठेकेदारी करने वालों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधा संदेश दे दिया है। गोरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी नहीं चलेगी। गाय के पीछे अब छुपकर अपराधी अब नहीं रह पाएंगे।
कल टाउनहॉल में दिए अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, ”मोदी ने कहा, ”कभी-कभी गोरक्षा के नाम पर कुछ लोग दुकानें खोलकर बैठ जाते हैं। मुझे इतना गुस्सा आता है…। ये लोग पूरी रात एंटी सोशल एक्टिविटी करते हैं। लेकिन दिन में गोरक्षक का चोला पहन लेते हैं।” पिछले साल सितंबर में, जब उत्तर प्रदेश के दादरी में गाय का मीट खाने की अफवाह फैलाकर अखलाक को पीट पीट कर मार डाला गया था। इतना सबकुछ हुआ तब प्रधानमंत्री चुप रहे। हालत ये हो गई कि इसी हफ्ते प्रधानमंत्री के ही एक विधायक ने ये तक कह दिया कि जो गुजरात में हुआ वो ठीक हुआ। गोरक्षा के नाम पर पीटा गया तो ठीक हुआ। गुजरात में गाय के नाम पर पीटने वाले, मध्य प्रदेश में गाय की रक्षा के नाम पर गुंडागर्दी करने वाले, हरियाणा में गोबर खिलाने वाले और ऐसी गुंडगार्दी करने वालों के समर्थन में खड़े अपने नेताओं को अब प्रधानमंत्री ने सीधा संदेश दिया है। बहुत हुआ। अब बस करो।