प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ़्रांस की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। माना जा रहा है कि यह यात्रा यह आने वाले वर्षों में दोनों देशों के सामरिक गठजोड़ के लिए नये मानदंड तय करेगी। फ्रांस यात्रा पूरी करने के बाद वापसी में 15 जुलाई को पीएम अबू धाबी जायेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की बातचीत को रक्षा संबंधों के बढ़ावा देने पर केंद्रित रहने की उम्मीद है। इसे भारत द्वारा राफेल के नौसेना प्रारूप के 26 विमानों की खरीद के लिए आवश्यक तैयारियों से भी जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा विमान के इंजन के संयुक्त विकास से जुड़े सौदे पर भी बात आगे बढ़ सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी 14 जुलाई को फ्रांस में बैस्टिल दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि होंगे। भारतीय सेना के तीनों अंगों की एक टुकड़ी भी इस समारोह में हिस्सा ले रही है।
पीएम मोदी फ्रांस की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए हैं। फ्रांस के लिए रवाना होने से पहले, पीएम मोदी ने कहा कि वह लंबे समय से चली आ रही साझेदारी को आगे बढ़ाने पर फ्रांसीसी राष्ट्रपति के साथ व्यापक चर्चा करेंगे।फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर पीएम मोदी 13-14… pic.twitter.com/Ftp6QLw5lL
— GNTTV (@GoodNewsToday) July 13, 2023
प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान फ्रांस के साथ सामारिक, वैज्ञानिक, अकादमिक और आर्थिक सहयोग जैसे विविध क्षेत्रों में में सहयोग पर भी चर्चा होगी। इसमें रक्षा, अंतरिक्ष, कारोबार एवं निवेश के क्षेत्र शाामिल हैं।
दिल्ली
➡️3 दिन की विदेश यात्रा पर पीएम मोदी रवाना
➡️पहले चरण में फ्रांस दूसरे में UAE की यात्रा
➡️14 जुलाई को पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति से मिलेंगे
➡️पीएम मोदी-राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों की बीच मुलाकात होगी
➡️प्रधानमंत्री अपनी 6वीं फ्रांस यात्रा के लिए पेरिस पहुंचेंगे… pic.twitter.com/yGWm5FJpBL
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) July 13, 2023
इस यात्रा से ये उम्मीद भी की जा रही है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व वाली रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) प्रमुख रक्षा सौदों को मंजूरी मिल सकती है जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री मोदी की पेरिस यात्रा के दौरान किये जाने की उम्मीद है।